श्रमिक कामगारों को काम, रेहड़ी-पटरी के दुकानदारों लोन हो व्यवस्थाः योगी
जिलाधिकारी सहयोग के लिए नियुक्त करें नोडल अधिकारी
न्यूज भारत, लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अनलॉक के शुरूआत के मद्देनजर सभी जिलाधिकारियों तथा मण्डलायुक्तों को संवाद करने के निर्देश दिये। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने रविवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी जिलों में जिलाधिकारियों के सहयोग के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, उनसे समन्वय बनाते हुए कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी मण्डलायुक्त अपने-अपने मण्डलों में विकास एवं राजस्व सम्बन्धी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए समीक्षा करें तथा कोविड एवं गैर कोविड अस्पतालों के सुचारु संचालन के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किए गए स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक या संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी उनका नियमित निरीक्षण करें और व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करें। योगी ने कहा कि निर्माण कार्यों के शुरू होने के बाद एक्सप्रेस-वे, मेडिकल कॉलेजों, सड़कों, नहरों वगैरह के निर्माण कार्यों में श्रमिकों/कामगारों का रोजगार दिया जा सकता है। उन्होंने उद्योग, कृषि, उद्यान, निर्माण आदि के क्षेत्र में रोजगार की सभी सम्भावनाओं को तलाशने पर जोर देते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की अनेक योजनाओं में श्रमिकों/कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है, इससे उत्तर प्रदेश का नव निर्माण हो सकेगा। मुख्मयंत्री के अनुसार आगामी 15 जून से कामगारों को रोजगार देने के सम्बन्ध में व्यापक कार्य योजना बना ली जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में संक्रमणरोधन लागातार किया जाए क्योंकि इससे संक्रमण रोकने में सहायता मिलेगी। योगी के मुताबिक ग्राम्य विकास और नगर विकास विभाग रेहड़ी पटरी वालों को लोन दिलाने के लिए समन्वित कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि श्रमिकों/कामगारों को किराए के आवास उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार की योजना के तहत लाभान्वित करने के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार कर ली जाए। इससे श्रमिकों को सुविधानुसार आवास उपलब्ध हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर तथा फिरोजाबाद जनपदों के मेडिकल कॉलेजों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों सहित प्रदेश के सभी कोविड और गैर कोविड अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स इत्यादि लगातार दौरा करते रहे। अस्पतालों मे साफ-सफाई की दुरुस्त व्यवस्था होनी चाहिए। अस्पतालों में 48 घण्टे के लिए आक्सीजन का बैकअप अवश्य मौजूद हो।