केंद्रीय मंत्री के खिलाफ तृणमूल ने दिया धरना, फूंका पुतला

कोरोना योद्धाओं के अपमान का लगाया आरोप, डॉक्टरों और नर्सो को डांटना  गलत

न्‍यूज भारत,  सिलीगुड़ी : केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दाíजलिंग के सासद राजू बिष्ट पर नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) में कोरोना योद्धा डॉक्टरों, नर्सो एवं स्वास्थ्यकíमयों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उसके विरुद्ध दाíजलिंग जिला (समतल) तृणमूल काग्रेस की ओर से सोमवार को एनबीएमसीएच में धरना प्रदर्शन किया गया। वहीं, तृणमूल काग्रेस के ही आह्वान पर राज्य सरकार के कर्मचारियों ने भी दोपहर 12:00 बजे से 10 मिनट तक पेन डाउन कर काम रोको अभियान अंजाम दिया। इसके बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं ने देर शाम मेडिकल चौक पर सांसद राजू बिष्‍ट, व केन्‍द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के पुतले का दहन किया। पुतला दहन के दौरान तृणमूल मांटीगाडा 1 नंबर युवा कमेटी के कष्‍णा सरकार, हरेन्‍द्र नाथ बर्मन, रेखा मल्लिक, पल्‍व सरकार, हकीम दास, सुमन बागची व रीता दास ने  कहा कि, आठ जनवरी को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दाíजलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने एनबीएमसीएच में अपने दौरे के दौरान डॉक्टरों, नर्सो व सवास्थ्य कíमयों को डांट पिलाई और  उन्हें अपमानित किया है। जिन्होंने कोरोना के भीषण संकट काल में अपनी जान की परवाह न करते हुए दिन-रात एक कर लोगों की रक्षा की है। ऐसे कोरोना योद्धाओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उसी के विरुद्ध हम लोगों आज एनबीएमसीएच में दिन भर धरना प्रदर्शन किया। वहीं, राज्य के सरकारी कर्मचारियों ने 10 मिनट तक पेन डाउन कर विरोध जाताया और उनका पुतला दहन किया गया। इसके साथ ही केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के प्रवासी सासद राजू बिष्ट जब तक कोरोना योद्धाओं को अपमानित करने के लिए माफी नहीं मागेंगे तब तक इसके विरुद्ध हम लोगों का आदोलन जारी रहेगा। उन्होंने उपरोक्त मंत्री व सासद को निशाने पर लेते हुए यह भी कहा कि आजकल कुछ मौसमी पर्यटक, कुछ प्रवासी यहा खूब घूमने आ रहे हैं। वैसे भी दाíजलिंग में इन दिनों पर्यटन का मौसम है। वे आएं घूमें, उससे हमें कोई हर्ज नहीं है। मगर, यहा अराजकता फैलाना चाहेंगे तो उसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज जो हमारे प्रवासी सासद सवाल पर सवाल उठा रहे हैं वह कोरोना के समय कहा थे? जब लोगों को सहारे की जरूरत थी। तब, वह छह-सात महीने तक दिल्ली में ही शरण लिए रहे। यहा एक बार झाका तक नहीं। अब बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। वो जो प्रवासी नेता, मंत्री, सासद यहा आ कर आग लगाना चाह रहे हैं उन्हें पहले अपने गिरेबान को झाकना चाहिए। पश्चिम बंगाल की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था जितनी बेहतर है उतनी देश भर में कहीं और नहीं है और वे हमें आईना न दिखाएं, बल्कि खुद आईना देखें।

क्‍या है पूरा मामला

केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दाíजलिंग के सासद राजू बिष्ट बीते शुक्रवार आठ जनवरी को एनबीएमसीएच में चिकित्साधीन एक दुष्कर्म पीड़िता को देखने गए थे। वहा उन पर डॉक्टरों, नर्सो एवं स्वास्थ्य कर्मियों को डाट पिलाने व अपमानित करने का आरोप लगा है।

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