करियर काउंसलिंग प्रोग्राम से गदगद हुए सीमा के युवा

बीएसएफ 93 वी वाहिनीं का एक अद्भुत और अनूठा कदम

एनई न्यूज भारत, सिलीगुड़ी
बीएसएफ 93 बटालियन ने बॉर्डर आउट पोस्ट चाणक्य क्षेत्र के इलाके में फेंसिंग के आगे 6 गांव  ,सिपाइपरा, खिड़कीदंगा, खुदीपारा, अन्तुपारा, बंगालपारा और हिन्दूपारा कै  लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती करना है और इस 6 गांव में सिर्फ 1 आदमी सरकारी नौकरी में है। इन 6 गांव की जनसंख्या लगभग 900 है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा और खुला सीमा होने के कारण इन गांव के कुछ लोग राष्ट्र विरोधी गतिविधि भी करते हैं । सीमा सुरक्षा बल अपने प्रयास से एक बेहतरीन सीमा प्रबंधन का कार्य कर रही है और सीमा अपराधों को रोकने में हर पल सक्षम प्रतीत हो रही है ।  अभी तक बीएसएफ गांव वालों से मीटिंग करती और उनके समस्याओं का निराकरण करती हुई नजर आई है । लेकिन अब सीमा सुरक्षा बल, सीमा पर रहने वाले युवाओं को इस नए युग में प्रवेश करने की प्रेरणा देने का महत्वपूर्ण कार्य शुरू किया है। इसी कड़ी में 93वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के  सहायक समादेष्टा, कंपनी कमांडर मनोज कुमार ने एक अनूठा क़दम उठाते हुए यहां के जवान लोगों के स्वर्णिम  भविष्य को संवारने का वीड़ा उठाया है।
  21 नवंबर 2024 को खिड़कीदंगा स्कूल के प्रांगण में एक कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मनोज कुमार ने उपस्थित छात्रों से उनके जीवन लक्ष्य के बारे में पूछा और उनको कैसे पूरा किया जाए इस पर विस्तृत मार्गदर्शन किया । सभी छात्रों को एक बेहतरीन प्रकार से अपने भविष्य निर्माण में शामिल होने वाले तरीकों से रूबरू करवाया। यह कार्यक्रमों शाम 7 बजे से शुरु होकर शाम 0830 बजे तक चला और इस दौरान इन  गांव के  बुजुर्ग भी उपस्थित थे । उन्होने सीमा सुरक्षा बल के इस अनूठे कदम को काफी सराहा और कंपनी कमांडर को बहुत बहुत धन्यवाद दिया और इसे जारी रखने का अनुरोध किया । 93 वी वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के समादेष्टा संजय कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में ही इस सराहनीय कार्य का संचालन हो पाया और उनके उचित मार्गदर्शन से इस अनूठे अद्भुत कार्यक्रम को निरंतर जारी रखा जाएगा । इसअवसर पर करीब 40 छात्र और उनके अभिभावक  उपस्थित थे ।