• बीएसएफ ने दिखाया मानवता का परिचय, भूखे-प्यासे युवक को दी सहायता
• फ्लैग मीटिंग के बाद बांग्लादेशी नागरिक को BGB को सौंपा गया
एनई न्यूज भारत,जलपाईगुड़ी,28 मई: भारत-बांग्लादेश सीमा पर मानवता की मिसाल पेश करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक मानसिक रूप से अस्वस्थ बांग्लादेशी नागरिक की मदद की और उसे बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) को सकुशल सौंप दिया।
घटना 26 मई की है जब बीजीबी ने एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को जलपाईगुड़ी सेक्टर के अंतर्गत भारतीय सीमा में जबरन धकेल दिया और बीएसएफ के साथ फ्लैग मीटिंग का अनुरोध किया। फ्लैग मीटिंग के दौरान बीजीबी ने युवक को भारत के हवाले करने की मांग की, लेकिन बीएसएफ ने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया और अपनी सीमा चौकी पर लौट गई। इस दौरान बीजीबी ने युवक को अपनी सीमा में दोबारा प्रवेश नहीं करने दिया।
27 मई की सुबह जब बीएसएफ ने युवक को संकट में देखा, तो उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए उसे भोजन और पानी मुहैया कराया। हैरानी की बात यह रही कि पूरी रात बीजीबी की उपस्थिति के बावजूद युवक को किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई।
बाद में बीएसएफ ने बीजीबी को युवक के बारे में पूरी जानकारी दी, जिसके बाद बीजीबी ने उसे अपने कब्जे में लेने पर सहमति जताई। एक और फ्लैग मीटिंग के बाद युवक को बीजीबी को सौंप दिया गया। युवक की पहचान रसेल इस्लाम (24) पुत्र स्व. मोजीबुर रहमान और स्व. फातिमा बेगम, निवासी गांव टोंगभंगा, यूनियन टोंगभंगा, वार्ड नं. 2, हातिबंधा, के रूप में हुई है।
बीएसएफ ने इस मानवीय पहल के जरिए न सिर्फ एक बांग्लादेशी नागरिक को उसके परिवार से मिलाया, बल्कि यह भी साबित किया कि वह सीमावर्ती क्षेत्रों में न सिर्फ सुरक्षा बल्कि मानवता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।