वैक्सीन बनते ही देश के कोने-कोने पहुंचाएगा रिलायंस फाउंडेशन

जमीन से शुरू हुआ व्‍यापार, आसमान की गहराईयों बनाई पैठ

आत्‍मनिर्भर भारत में प्रतिदिन 1 लाख पीपीई किट और एन95 मास्क बनाने कर रहे सहयोग: नीता अंबानी  

पवन शुक्‍ल, सिलीगुड़ी : भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं, यह कितना सच है इसका उदाहण कोरोना के संक्रमण काल में साफ दिखा। प्रधापमंत्री के संबोधन  भारत में ऐसी क्षमता है कि वहा 'आपदा को अवसर' बदलने की ताकत रखता है। उसी आपदा को अवसर बनाते हुए रिलायंस फाउंडेशन दो कदम आगे बढ़ाया तो आपदा अवसर बन गया। एक तरफ जहां पहले चालबाज चीन के घटिया पीपीई कीट व एन95 मास्‍क आयात होता था, लेकिन रिलायंस फाउंडेशन के सहयोग से भारत अब खुद प्रतिदिन करीब एक मास्‍क व पीपीई कीट बना रहा है। वहीं रिलांयस इंडस्‍ट्रीज के सालाना बैठक को पहली बार संबोधित करते हुए रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने देश के कोरोना पीडि़तों को एक नायाब तोफा दिया। नीता ने कहा कि जैसे ही कोरोना की वैक्‍सीन बाजार में आएगी रिलायंस फाउंडेशन कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होते ही हम उसे देश के हर नुक्कड़ और कोने तक पहुंचाएंगे। मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं, कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए समान डिजिटल वितरण और आपूर्ति श्रृंखला का उपयोग करके स्वयं सेवा करेंगे। मुकेश अंबानी की पत्नी व रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने इस दौरान उन्होंने कोरोना संकट में रिलायंस फाउंडेशन की तरफ से किए जा रहे सामाजिक कार्य की जानकारी दी।  नीता अंबानी ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन जीयो के डिजिटल बुनियादी ढांचे की मदद से भारत भर में तेजी से मेगा-स्केल कोरोन परीक्षण के लिए सरकार और स्थानीय नगरपालिकाओं के साथ साझेदारी कर रहा है और कोरोना से युद्ध जल्द ही खत्म होगा।

नीता बताया कि कोरोना वायरस की शुरुआत होते ही देश में पीपीई किट की काफी जरूरत थी। इस दौरान इसके लिए रिकॉर्ड समय के दौरान हमारी कंपनी ने ऐसी मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी बनाई। जिसके तहत हर दिन एक लाख पीपीई किट और एन95 मास्क बनाए जा सकें। उन्होंने साथ में बताया कि रिलायंस इमर्जेंसी सर्विस में लगी गाड़ियों के लिए देश भर में मुफ्त ईंधन उपलब्ध करा रहा है। कोरोना काल में सामाजिक कार्य के बारे में बताते हुए नीता अंबानी ने आगे कहा कि मिशन अन्न सेवा के जरिए देश भर में 5 करोड़ से ज्यादा गरीबों, मजदूरों और फ्रंटलाइन वर्करों के लिए भोजन मुहैया कराया गया।

जमीन से शुरू कोराबार आसमन की बुलंदियों पर

बताते चलें कि रिलांयस इंडस्‍ट्रीज का कारोबार की शुरूआत करीब तीन दशक पहले हुए हई थी। धीरूभाई अंबानी के कारोबार को नया पंख तब लगा जब मुकेश अंबानी ने कारोबार में कदम रखा। तेल के खेल से शुरू कारोबोर डाटा के बेस से जमीन से उठकर आसामन की गहराईयों में अपना मुकाम बनाया है। आज रिलायंस की जियो दुनिया की बेहतर कंपनियों में शुमार होने के साथ जियो में निवेश के लिए निवेशक कतार में खड़े है। जिसमें फेसबुक व गुगल जैसी दुनियां की जाने माने कारपोरेट घराने हैं।