उद्घाटन से पहले ही पुल में दरारें, निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल

• सेलरोटी ब्रिज में दरारें और ज़मीन धंसने की आशंका गडकरी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग

• रात में अंधेरे में डूबा सेलरोटी गोलाई क्षेत्र, स्थानीय लोगों ने की रोशनी की मांग

एनई न्यूज भारत सिलीगुड़ी: छह महीने पहले बना था लूप ब्रिज, उद्घाटन से पहले ही आई दरारें। कालिम्पोंग ज़िले के बगराकोटे के पास एनएच-717ए पर स्थित नवनिर्मित लूप ब्रिज, जिसे आमतौर पर सेलरोटी ब्रिज या स्नेक ब्रिज कहा जाता है, में गंभीर संरचनात्मक खामियां उजागर हुई हैं। स्थानीय समाचार रिपोर्टों के अनुसार, ब्रिज की सतह और नींव में दरारें देखी गई हैं, साथ ही आसपास के क्षेत्र में ज़मीन धंसने के संकेत भी मिले हैं।

यह ब्रिज मात्र छह महीने पहले ही पूरा हुआ था और अभी तक इसका आधिकारिक उद्घाटन नहीं हुआ है। मानसून के आगमन के साथ इन दरारों और धंसाव की खबरों ने स्थानीय लोगों और यात्रियों में चिंता बढ़ा दी है।

सड़क पर रोशनी की कमी से हादसों का खतरा सुधार की मांग

स्थानीय निवासियों ने सेलरोटी गोलाई क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटिंग की भारी कमी की शिकायत की है, जिससे रात के समय यात्रा करना खतरनाक हो गया है। दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए क्षेत्र में उचित प्रकाश व्यवस्था लगाने की सिफारिश की गई है।

इस पूरे मामले को लेकर माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई है। पत्र में निम्नलिखित मांगें की गई हैं:

विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR), रोड डिज़ाइन और निर्माण गुणवत्ता की गहन समीक्षा।

• निर्माण एजेंसी की स्वतंत्र जांच और दोषी पाए जाने पर जवाबदेही तय करना।

• ज़मीन की अस्थिरता और ब्रिज में आई दरारों के कारण त्वरित मरम्मत या पुनर्निर्माण कार्य।

• क्षेत्र में चल रही सभी NHIDCL परियोजनाओं में गुणवत्ता नियंत्रण की गारंटी।

• प्रभावित सड़क खंड पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था।

हज़ारों दैनिक यात्रियों की सुरक्षा और क्षेत्रीय आधारभूत ढांचे की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए इन मांगों पर शीघ्र और निर्णायक कार्रवाई की आवश्य कता बताई गई है।