कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम प्रेम सिंह तामाग
आपने ऐसी सरकार बनाई है जो टीम सिक्किम के नारे के साथ आगे बढ़ेगी और विकास की गाथा लिखेगी
सिक्किम में आज हर कोई अपनी परंपराओं, रीति तिथियों और त्योहारों को स्वतंत्र रूप से मना रहा है
एनई न्यूज भारत भारत, गंगटोक
सिक्किम की राजधानी गंगटोक के सोनम ग्याछो मार्ग स्थित पुनर्निर्मित भूटिया लेप्चा हाउस (बीएल हाउस) का उद्घाटन एवं लोकार्पण कार्यक्रम रविवार को सिक्किम के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तामांग के हाथों संपन्न हुआ। इस अवसर पर, परम पावन क्याबजे रिम्पोछे, टुल्कु, खेनपो और अन्य रिम्पोचे, दोरजी लोपेन, विभिन्न गुम्पाओं के लामा, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके बाद मनन केंद्र में आयोजित नवीनीकृत भूटिया लेप्चा हाउस के लोकार्पण समारोह में राज्य के विभिन्न बीएल एसोसिएशनों द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया।
मनन केंद्र में आयोजित पुनर्निर्मित बीएल हाउस के उद्घाटन और समर्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने कहा कि यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सिक्किम के परम पावन रिम्पोचे एक ही मंच पर थे और उन्होंने हार्दिक बधाई दी। सीएम ने यह उल्लेख करते हुए कि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी की सरकार के गठन के बाद से 6 वर्षों की इस अवधि के दौरान, हमें कोविड 19 और बाढ़ जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि परम पावन रिम्पोछे और देवी देवराली मठों, मंदिरों और चर्चों के आशीर्वाद के कारण, हम इन सभी चीजों के खिलाफ काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि उनके आशीर्वाद के कारण, सिक्किम पिछले पांच वर्षों में फला-फूला है, उन्होंने कहा कि वह अब सिक्किम और सिक्किम के लोगों के कल्याण के लिए काम करने का संकल्प लेकर काम कर रहे हैं। आज हर कोई अपनी परंपराओं, रीति तिथियों और त्योहारों को स्वतंत्र रूप से मना पा रहा है। उन्होंने कहा कि सिक्किम के भोटिया, लेप्चा नेपाली और पुराने व्यापारियों को एक सूत्र में बांधना और सांप्रदायिक परंपरा को बनाए रखना एक कार्य है। अपने संबोधन में उन्होंने आज उन्हें इतना बड़ा सम्मान देने के लिए आभार और आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी पार्टी और सरकार की नीति सिक्किम के लोगों को नाखून और मांस की तरह बनाना है, न कि उन्हें बांटना है।भोटिया एवं लेप्चा समुदाय को एक साथ रहना चाहिए और विभाजित नहीं होना चाहिए, इस पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भुटिया और लेप्चा समुदाय को विभाजित रखा। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने कहा, आपने ऐसी सरकार बनाई है जो टीम सिक्किम के नारे के साथ आगे बढ़ेगी। हमारी पार्टी की नीति है कि सरकार तक पहुंचने के लिए किसी भी जाति को टुकड़ों में नहीं बांटना चाहिए, लेकिन सिक्किम में जाति नहीं बंटनी चाहिए। इस तरह से अपनी जातीय पोशाक पहनकर कार्यक्रम में शामिल होना खुशी की बात है। उन्होंने आज किसी भी जातीय संगठन के कार्यक्रम में एसकेएम पार्टी का झंडा नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा कि पहले ऐसा माहौल नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा मुक्त वातावरण वर्तमान सरकार ने बनाया है।उन्होंने स्वर्णिम, समृद्ध और शक्तिशाली सिक्किम का जिक्र करते हुए बताया कि खुशहाली सूचकांक में सिक्किम आगे है। बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक को एक-दूसरे से प्यार करना चाहिए और दोनों पक्षों से जरूरत पड़ने पर एक-दूसरे के लिए बोलने का आग्रह करना चाहिए।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छोपेल लेप्चा ने कार्यक्रम के आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डाला, जबकि पुनर्निर्मित बीएल हाउस की तकनीकी रिपोर्ट संस्कृति विभाग के मुख्य अभियंता रिंप दोरजी लेप्चा ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के सलाहकार कुंगा नीमा लेप्चा ने बीएल हाउस के पुनर्निर्माण के लिए मुख्यमंत्री के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि वर्तमान एसकेएम सरकार ने राज्य में सभी जातियों को समान अधिकार और अधिकार प्रदान करके विभिन्न जातीय भवनों का निर्माण किया है। उन्होंने आज के गौरवशाली दिन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रिय मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व के कारण आज सभी रिम्पोचे का एक मंच पर दर्शन होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 80 के दशक में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. नर बहादुर भंडारी उन्होंने यह जानकारी देते हुए कि बीएल हाउस का निर्माण की सरकार के दौरान हुआ था, कहा कि लोकप्रिय वर्तमान मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तामांग के कुशल मार्गदर्शन में जर्जर बीएल हाउस का पुनर्निर्माण कार्य संभव हो सका। उन्होंने इस भवन के रख-रखाव में सभी के समन्वय की आवश्यकता पर भी बल दिया। धर्म विभाग के मंत्री सोनम लामा ने अपने संबोधन में बीएल हाउस के पुनर्निर्माण के लिए मुख्यमंत्री को पूरे बीएल समुदाय की ओर से हार्दिक धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। उन्होंने अन्य सभी मददगारों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तामांग के कुशल नेतृत्व में राज्य के सभी समुदायों को एक सूत्र में बांधा गया है। उन्होंने राज्य के भोटिया लेप्चा समुदाय के प्रति एसकेएम सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न उल्लेखनीय कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी धर्मों और जातियों का सम्मान किया जाता है।बीएल हाउस के उद्घाटन के बाद तिब्बत पथ से मनन केंद्र तक एक विशाल रैली का भी आयोजन किया गया जिसमें खुद मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।इस अवसर पर बीएल समुदाय के बीच एकता के प्रतीक के रूप में तैयार किये गये झंडे का अनावरण किया गया।
17वें करमापा उर्गेन त्रिनले ने बताया कि एसकेएम सरकार दोरजी के सिक्किम अमगान को लेकर केंद्र सरकार से बार-बार अनुरोध कर रही है और पहल कर रही है।उन्होंने पंचायत और नगर निकाय चुनावों में भोटिया लेप्चा के लिए आरक्षण की पुरानी मांग का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने भोटिया लेप्चा समुदाय के गले में छुरा घोंपने के लिए ही 2017 में अधिसूचना जारी की थी।एसकेएम पार्टी के सरकार में आने के बाद बताया गया कि पंचायतों में 360 प्रतिनिधि भी बीएल समुदाय से हैं इसी प्रकार उन्होंने बताया कि जिला पंचायत में 36 प्रतिनिधि हैं।
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