भारत-नेपाल की अंर्तराष्‍ट्रीय सीमा पर अंर्तराष्‍ट्रीय योगा उत्‍सव

एसएसबी और नेपाल के जवानों ने लिया पानीटंकी के मेचीपुल अंर्तराष्‍ट्रीय योगा दिवस पर जवानों ने लिया भाग

एनई न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी

भारत-नेपाल की सीमा पानी टंकी के मेची पुल पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एसएसबी के जवानों और अधिकारी ने भाग लिया। शुक्रवार की सुबह एसएसबी की 41 बटालियन और नेपाली सेना ने भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मेची नदी पुल पर योग सत्र में भाग लिया और स्थानीय निवासियों के साथ सीमा के दोनों ओर के अधिकारियों को योग सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लेते देखा गया। इस दिन इस कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों के सैनिकों के बीच मजबूत संबंध स्थापित हुए थे। एसएसबी डीआइजी राधा ठाकुर ने शारीरिक फिटनेस बनाए रखने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में योग के गहन लाभों पर प्रकाश डाला।

बताते चलें कि सर्वविदित है कि योग भारत की प्राचीनतम संस्कृति की पहचान है और योग की परंपरा भारत में हजारों सालों से चली आ रही हैं। योगदर्शन के प्रणेता महर्षि पतंजलि थे। योग एक अभ्यास है जो कि मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है । पूरे विश्व में योग के बारे मे जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 11 दिसंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्रसंघ की सामान्य बैठक में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था। निकट जीवन मे योग से होने वाले फ़ायदों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्रसंघ की सभा ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप मे मनाने की घोषणा कर दी। तदुपरांत 21 जून 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।