साइबर कैफे का नकाप में ठगी का धंधा सिम बॉक्स,अंतर्राष्ट्रीय फ़ोन कॉल के लिए होता था प्रयोग
एनई न्यूज भारत, सिलीगुड़ी ऑनलाइन सेवा देने नाम के पर ठगी का धंधा चल रहा था। जिसके तहत फर्जी आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस बनाया जा रहा था। घटने की जानकारी मिलते ही फुलबाड़ी के जाटियाकाली में एक ऑनलाइन सर्विस सेंटर पर पुलिस ने छापेमारी कर दुकान को कब्जे में लेकर मालिक को किया गिरफ्तार। व्यक्ति की पहचान सन्यासिकाटा ग्राम पंचायत के कुयारबाड़ी इलाके के निवासी सब्बीर अली के रुप में हुई है। गुरुवार दोपहर न्यू जलपाईगुड़ी थाने की पुलिस और सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के एसओजी ने फुलबाड़ी के जाटियाकाली इलाके में संयुक्त अभियान चलाया। व्यक्ति की दुकान में एक सिम बॉक्स भी लगाया गया था। जांच कर्ताओं का मानना है कि इसके जरिए अंतरराष्ट्रीय कॉल की जाती थीं। हालांकि जांचकर्ता अभी इस बारे में निश्चित नहीं हैं। हालांकि उन्हें लगता है कि इस घटना के पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन बताया गया है। सब्बीर ने कुछ साल पहले इलाके में एक दुकान खोली थी। दुकान से तरह-तरह के डिजिटल फॉर्म भरे, जेरॉक्स कराए जाते थे। यहां तक कि ग्रामीण इलाके निवासी भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए सब्बीर की दुकान पर आते थे। उस धंधे की आड़ में फर्जी आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का धंधा चल रहा था। पुलिस की ओर से बताया गया है कि युवक की दुकान की तलाशी के दौरान तीन सिम बॉक्स, कई सिम, राउटर, कंप्यूटर समेत कई दस्तावेज बरामद हुए। वहां एक सिम बॉक्स रखा हुआ था। इस सिमबॉक्स का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय फ़ोन कॉल के लिए किया जाता है, जो ज्यादातर आपराधिक गतिविधियों में किया जाता है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक सिम बॉक्स के साथ क्या कर रहा था और इससे और कौन जुड़ा है। सिम बॉक्स एक अंतर्राष्ट्रीय मामला है। इसलिए पुलिस द्वारा इस सिम बॉक्स की बरामदगी की सूचना सेंट्रल इंटेलिजेंस ब्यूरो और आर्मी इंटेलिजेंस ब्यूरो को दे दी गई है। हालांकि, पुलिस को शक है कि भारत समेत दुनिया के अलग-अलग देशों की टेलीफोन लाइनें यहां से डायवर्ट की गई थीं। उन्हें यह भी संदेह है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को पूरी घटना के बारे में अंधेरे में रखा गया था। वहीं पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।