भारत-बांग्लादेश सीमा पर 13 लाख रुपये का भारी मात्रा में फेंसेडिल और फिशपीन बॉल्स किया जप्त

 

457 फेंसिडिल बोतलें और 40 फिशपीन बॉल्स(मछली के बच्चे) को किया जप्त 

बीएसएफ के 102 वाहिनी और 5 वाहिनी के सर्तक जवानों को मिली कामयाबी

एनई न्यूज भारत,उत्तर 24 परगना व मालदा : बीते दिन यानी 5 मई को दक्षिण बंगाल सीमा क्षेत्र के तहत विभिन्न वाहिनियों के सतर्क जवानों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना और मालदा ज़िले के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी के विभिन्न प्रयासों को किया विफल और 457 फेंसिडिल बोतलें और 40 फिशपीन बॉल्स(मछली के बच्चे) जब्त किए। जब तस्कर इन सामानों को भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की प्रयास कर रहे थे। तभी सर्तक जवानों द्वारा जप्त कर लिया गया। जप्त समान का अनुमानित बाजारी कीमत तकरीबन रु.12,93,905/- हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार, 05 मई 2024 को, लगभग दोपहर 3:30 बजे, बीएसएफ खुफिया विभाग ने सीमा चौकी झावडांगा, 102 बटालियन, बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के तहत डुमाबंगर झील (ग्राम-नारदहा के तहत गहराई वाला क्षेत्र) से मछली के अंडे की तस्करी के बारे में विशेष जानकारी प्रदान की। सूचना मिलने के बाद जवानों ने संदिग्ध इलाके में घात लगा दिया। लगभग 1740 बजे, पार्टी ने 05-06 तस्करों की कुछ संदिग्ध हरकतें देखीं, जो झील के तट के पास एक देशी नाव में लोड करने के लिए प्लास्टिक की थैलियाँ बाँट रहे थे, जो आगे चलकर इच्छामती नदी से डोमिनेशन रेखा की ओर बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहे थे । तुरंत जवानों ने तस्करों को रुकने के लिए ललकारा और तस्करों का पीछा करना शुरू कर दिया। जवानों को देखकर बदमाश प्लास्टिक की थैलियां छोड़कर बस्ती, बांस, झाड़ियों और घनी वनस्पतियों का फायदा उठाकर मौके से भाग गए। जवानों ने क्षेत्र की गहन तलाशी ली और 09 प्लास्टिक बैग मिले जिनमें 18 प्लास्टिक के गुब्बारे थे जिनमें मछली के बच्चे थे।

इसके अलावा सीमा चौकी डोबारपाड़ा, 05 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने फिश स्पॉन वाले 22 प्लास्टिक गुब्बारे जब्त किए। सीमा चौकी कैजुरी, 102 बटालियन के जवानों ने 233 फेंसेडिल बोतलें और सीमा चौकी एमएस पुर और नवादा, 70 बटालियन बीएसएफ ने अपने संबंधित क्षेत्र से 224 फेंसेडिल बोतलें जब्त कीं।

 

दक्षिण बंगाल सीमान्त के जनसंपर्क अधिकारी डीआइजी ए.के आर्य ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी जैसे अपराधों को रोकने के लिए बीएसएफ के जवान दिन-रात काम कर रहे हैं और इस कारण ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उनके मंसूबों को बार-बार नाकाम किया जा रहा है, जिससे तस्करों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी ने आगे कहा कि बुरे इरादे वाले किसी भी तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।