सिलीगुड़ी में चुनावी हिंसा, खूनी जंग में कूदे टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ता

दार्जिलिंग जिला के माटीगाड़ा थाना क्षेत्र में भीड़े टीएमसी व भाजपा में झड़प, 5 भाजपाई जख्मी

सांसद राजू बिष्ट ने बताया हम दार्जिलिंग को संदेशखाली नहीं बनने देंगे 

एनई न्यूज भारत, सिलीगुड़ी: शुक्रवार जहां देश में दूसरे चरण का चुनाव खत्म हुआ। वहीं चुनाव के दूसरे दिन देर शाम टीएमसी और भाजपा में खूनी जंग शुरू हुआ। भाजपा ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडों द्वारा हमला किया गया। हमारे क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस का राजनीतिक आतंकवाद बर्दाश नहीं किया जायेगा। हम दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र को दूसरा संदेशखाली नहीं बनने देंगे।

आज, टीएमसी के गुंडे कैलाश मंडल और उसके गिरोह द्वारा के द्वारा चुनाव-पश्चात हिंसा में माटीगाड़ा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हमारे खोलाई बक्तारी बूथ अध्यक्ष नंदकिशोर ठाकुर सहित भाजपा कार्यकर्ता, उनके परिवार के सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

भाजपा प्रत्यशि राजू बिष्ट न कहा कि कैलाश मंडल पिछले दो दिनों से नंदकिशोर ठाकुर, अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों को भाजपा को वोट देने के लिए धमकी दे रहा है। रविवार कि सुबह कैलाश मंडल ने नंदकिशोर को फोन किया और उन्हें, भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। भाजपा कार्यकर्ता माटीगाड़ा पुलिस स्टेशन गए और आईसी अरिंदम भट्टाचार्य से मिले और उन्हें धमकियों के बारे में बताया। उन्होंने माटीगाड़ा पुलिस में एक जनरल डायरी भी दर्ज कराई, लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।

पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से कार्रवाई की कमी से उत्साहित होकर, कैलाश मंडल के नेतृत्व में टीएमसी के गुंडों ने हमारे भाजपा कार्यकर्ताओं पर बेरहमी से हमला किया, उनकी हत्या करने का प्रयास किया, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पश्चिम बंगाल पुलिस ने घोर अक्षमता दिखाई है और टीएमसी के पक्ष में अपने सामरिक पूर्वाग्रह के कारण इस हमले को होने दिया गया।

राजू बिष्ट नै कहा कि यदि इस हमले के परिणामस्वरूप हमारा कोई भी भाजपा कार्यकर्ता मारा जाता है, तो पश्चिम बंगाल पुलिस को कर्तव्य में लापरवाही के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

मैं भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और राज्य पुलिस अधिकारियों से हमले से जुड़े अपराधियों और इस क्रूर हमले को होने देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहा हूं।

हम इस राजनीतिक आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अपने क्षेत्र को दूसरा संदेशखाली नहीं बनने देंगे।'

वहीं टीएमसी नेता पपीया घोष ने बताया यह राजनीति हिंसा नहीं है। भाजपा इसे राजनीति का नाम देने की कोशिश कर रही है।