10 वर्षो में पहली बार दुग्नी खुशी के साथ दिखेंगे सिलीगुड़ी के राम भक्त
सोभा यात्रा के दौरान पहली प्राथमिकता होगी आपातकालीन गाड़ियों को रास्ता देना
राम मंदिर का झांकी समेत सिलीगुड़ी वासियों को पहली बार दिखेगा प्रभु श्री राम का रूप
एनई न्यूज भारत सिलीगुड़ी: 17 अप्रैल को सिलीगुड़ी ही नहीं बल्की पूरे भारत और विश्व में लहरेगा प्रभु श्री राम का परचम। जहां पहले राम नवमी के दौरान जाहां राम भक्त खूसियो के साथ राम नवमी का त्यौहार मनाते थे। वहीं इस साल उनकी खुशी दुगनी तीग्नू नही बल्कि दस गुनी हो जाएगी। इस साल जनवरी माह से रामभक्त में खुशी की लहर देखने को मिली रही है जनवरी माह से प्रभु श्री राम का टेंट से अपने भव्य राज महल में प्राण प्रतिष्ठान किया गया। जिसके बाद से ही खुशियों में झूम रहे हैं राम भक्त। आगामी 17 अप्रैल सुबह 9 बजे से सिलिगुड़ी के चंपासारी श्री गुरू हाई स्कूल में पूजा,अर्चना,राज तिलक और संख धवनी के साथ निकलेगा प्रभु श्री राम जी का विशाल सोभा यात्रा। यात्रा मैं शामिल होने मिलन मोड़ के संस्कृत विद्यालय से सोभा यात्रा होगा शामिल। फिर आगे मल्लागुडी के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के साथ आगे रवाना होगा। सिलीगुड़ी के मुख्य चौराहे से गुजरेगा सोभा यात्रा। विभीन क्षेत्र की झांकियां का एयरव्यू मोड़ पर मिलने के बाद नाच गाना व जय श्री राम के नारे के साथ होगा मिलन। एक जूठ एकजुट होकर आगे की ओर करेगें प्रस्थान करेगी। चंपासरी से शुरू होके मल्लागुड़ी,जंक्शन,एयर व्यू,मोड,सेवक मोड,पानीटंकी,वेनस मोड़,एयर व्यू मोड,झंकार मोड़ और जलपाई से मोड़ हिंदी हाई स्कूल में यात्रा का समापन होगा।
जहां राम नवमी महोत्सव समिति द्वारा हिंदी हाई स्कूल में राम भक्तो के लिए विशेष भंडारे के साथ भजन संध्या का भी अयोजन किया गया है। इस बार राम नवमी की खासियत दुग्नी है क्योंकि पहली बार राम नवमी में प्रभु श्री राम टेंट में नहीं बल्कि अपने राज दरबार में होंगे। 500 वर्ष कड़ी परिश्रम के बाद से यह सुनहरा दृश्य देखने को मिलेगा । हिंदू सभ्य समाज के निजी 1000 वालेंटियर होंगे जिन्हें विशेष रूप से याता यात वेवस्ता पर ध्यान देंगे। और आपातकालीन गाड़ियां जैसे फायर ब्रिगेड या एंबुलेंस को रुकावट नहीं बनने देगा रामनवमी शोभायात्रा, वहीं महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक महिला शक्ति का एक समूह होगा जो विशेष रूप से चारो दिशा में फैली होंगे राम नवमी शांति पूर्वक हो। कुछ लोग रंग में भंग डालने के लिए भांग मदिरा का सेवन करके राम भक्तो को करते हैं बदनाम इसके लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रभु श्री राम जैसे मर्यादा में थे उनके भक्त भी मर्यादा में रहते हैं और आगे भी रहेगें। हिंदू सभ्य समाज ने लोगो से अनुरोध किया किसी भी तरह से अस्त्र शस्त्र का प्रयोग ना करे। हिंदू सभ्य समाज ने बंगाल सरकार और शहर प्रशासन से एक अनुरोध किया राम नवमी के दिन सभी मदिरा विक्रेता व नृत्य और अन्य मनोरंज के चीजों पर रोक लगाने का अनुरोध किया। बीते वर्ष रामनवमी में उमड़ी भीड़ की संख्या तकरीबन 5 लाख के करीब था जो इंटेलिजेंस ब्यूरो के द्वारा रिपोर्ट में साझा किया गया था इंटेलिजेंस की माने तो बीते वर्ष सोभा यात्रा में 5 लाख के करीब लोग शामिल हुए थे। जो इस वार्स भड़के तकरीबन 7 लाख पहुंच जाएगा।