न्यूज भारत, गोरखपुरः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्वांचल के कद्दावर जनप्रिय प्रतिनिधि उपेंद्र दत्त शुक्ल का सोमवार को देश के सरयूतट पर स्थित देश के बेहतर श्मशानघाट मुक्तिपथ अंतिम संस्कार हुआ और वे पंचतत्व में विलिन हो गए। उनको मुखाग्नि बड़े पुत्र अरविंद शुक्ल ने दी। स्व. शुक्ल के अंतिम संस्कार में पूर्वांचल भाजपा के मंत्री, विधायक व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गय। मालूम हो कि रविवार को दोपहर करीब दो बजे के आसपास हृदयाघात से निधन हो गया। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर को अलहदादपुर स्थित आवास पर ले जाया गया है। उपेंद्र शुक्ल ने छात्र जीवन से ही भाजपा के महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अपनी राजनीतिक क्षमता का परिचय दिया था जिससे उनकी पहचान संघर्षशील नेता की थी। उनकी इसी छवि को देखते हुए भाजपा ने उन्हें 2018 के लोकसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर की परंपरागत सीट से प्रत्याशी बनाया गया था, परंतु इस बार भी वे किस्मत के हाथों हार गए। स्व. शुक्ल ने समय-समय पर क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों रहकर भी पार्टी को अपनी सेवा दी और भाजपा के जनाधार को मजबूत किया। भाजपा नेता की अंतिम विदाई में सहजनवां विधायक शीतल पांडे, खजनी संतप्रसाद, राज्य मंत्री विभ्राट चंद कौशिक, कैबनेट मंत्री ब्रिजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य देवेन्द्र सिंह, सांसद संतकबीरनगर प्रवीन निषाद, बांसगांव कमलेश पासवान, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रसाद शुक्ल, देवरिया रमापति राम त्रिपाठी, बड़हलगंज के राजेश त्रिपाठी समेत मंडल के भाजपा पदाधिकारी मैजूद थे।