सुविधाओं का हो विस्तार, भारत है तैयार

आत्मानिर्भर बनने में भारत की जरूरतेंः  देश के किसी भी राज्य में सामान निर्मित उसकी जानकारी देश के किसी भी राज्य में एक मार्केट में हो। जैसे की नेपाल सहित अन्य देश से आयात करने वाले व्यापरियों को पंखा लेना है, देश में निर्माण तो बहुत है पर जानकारी नही है किस राज्य में निर्मित पंखा बेहतर है,  लेकिन एक जगह मिल नही सकता, इसलिए उसे कई राज्यों में जाना पड़ता है। अगर ये सुविधाएं एक मार्केट में होगी तो उसे ब्रांड पसंद करने और रेट मिलाने में आसानी होगी।

पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी: विश्व को कोरोना संकट में डालने के बाद चारों तरफ से घिरे चालबाज चीन अब भारत को संकट में डालने की कोशिश में लगा है, उसका मुख्य कारण भारत की विश्वपटल पर बढ़ती प्रतिष्ठा  है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री ने जब से “आत्मनिर्भर भारत” के तहत स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की बात कही। तो यहां के इंपोर्ट और एक्सपोर्ट करने वाले व्यापारियों  के पंख लग गए। कोरोना संकट के कारण दुनियाँ की कई कंपनियां चालबाज चीन से पैकअप कर रही है और इसका लाभ अधिक किसी देश को मिलेगा तो वह भारत है।

‘हमें ड्रैगन के सामने खड़े होने के लिए खुद को तैयार करना होगा, चाईना में मिल रही सुविधाओं को ध्यान में रखकर हमें बेहतर सुविधाएं देनी  होगी। वहीं बाहर से आने वाले इंपोटरों को चाइना  जैसी सुविधा देने के लिए व्यवस्था करना होगा तभी दूसरे देशों से हम इंपोटरों को लुभाकर बुला सकते है। भारत सरकार को एक्सपोर्ट की सुविधाओं का विस्तार करना होगा। इसके लिए भरतीय एक्सपोटर्स की बातों को ध्यान में रखना होगा, क्योंकि हमारे इंपोटर्र को विदेशों के आयात-नियार्त की अच्छी जानकारी है। अगर भारत सरकार एक्सपोर्ट-इंपोर्ट करने वाले व्यापारियों को सुविधा दे तो,  आज भारत में आत्म निर्भर बनने का हुनर मौजूद है। ये ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की कड़ी में चीन से आयात करने वाले सिलीगुड़ी के व्यापारी “पवन अग्रवाल” से बातचीत पर आधारित’’।

 

 एक छत के नीचे मिले देश के सभी प्रोडक्ट जानकारी.
भारतीय इंपोर्टरों का कहना है कि सबसे पहले एक छत के नीचे देश में कहीं भी किसी राज्य की निर्मित एक वस्तु जैसे पंखा का एक मार्केट हो जहां देश भर में निर्मित पंखें की जानकारी मिल सके। उदाहरण चीन के फुटियान में स्थित अंर्तराष्ट्रीय बाजार ‘यू’  इस बाजार में एक जगह पर 1,60,000 दुकानें है। जिसमें हार्डवेयर, लेडिज एससरीज, क्राकरी, बाथ फिटिंग, किचन समेत करीब सभी सामनों की दुकाने उपलब्ध है। इसकी बनावट इतनी बेहतर है कि विदेश से आने वाले इंपोर्टरों को चाइना में कही और जाने की जरूरत ही नहीं। वहीं इस बाजार दूरी तो काफी है, परंतु एक ऐसी योजना से तैयार किया गया है। कि किसी भी भवन में जाने को कोई समस्या नहीं होती। जब एक छत के नीचे देश के निर्मित सभी वस्तुाएं एक जगह मिलेगी, तो आने वाले इंपोर्टरों को सुविधा होगी। वे क्वालिटी के साथा-साथ रेट का मिला लेते है।

सरकार को इंपोर्ट पर नियंत्रण करना होगा

लोगों का कहना है कि सरकार को आयात नही निर्यात को बढ़ावा देना होगा। व्यापारियों का कहना है कि आज कल कोई भी आयात करने के लिए लाइसेंस बनाकर चीन से आयात शुरू कर देता है। इसलिए सरकार को आयात पर नियंत्रण और निर्यात को बढ़ावा देने की जरूरत है।

व्यापार में पारदर्शिता लानी होगी

चीन में सभी व्यापारियों को एक समान अवसर मिलता है, चाहे वह गांव का हो या शहर का। वहीं चीन मे निर्मित सभी वस्तुाओं को सरकार खुद प्रमोट करती है। जिससे विदेशों से आने वाले व्यापारियों को प्रोडक्ट चुनने व समझने में आसानी होती है।

एक्सपोर्ट के लिए ऐजेंट की जरूरत

एक सबसे अहम बात यह है कि कोई भी छोटा व्यापारी के लिए एक तरह से सामान की पूरा कंटेनर लेना मुश्किल होता है। इसके लिए चीन ने हर बाजार में आधिकारिक रूप से एक ऐजेंट होते है। जो बाहर से जाने वाले व्यापारियों को उनकी सुविधा के अनुसार कई दुकानों से बिल अपने नाम से कराता है, और जब पूरा कंटेनर होता है तो वह एजेंट संबधित व्यापारी के नाम से बिल बनाकर के पूरा कंटनेर भेज देता है। जिससे भारतीय व्यापारियों को बहुत सहुलियत होती है, साथ ही जैसे कस्टम क्लीरयरेंस होता है, तुरंत उसका जीसटी उसके खाते में आ जाता है।