इलाज के लिए तोड़ी शरहद का कानून

बीएसएफ ने मानवता और सद्भावना के रूप में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंपा

न्‍यूज भारत, कोलकाता: मानवाता को लेकर जहां सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने दरियादली दिखाता रहता है। वहीं आज 99 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल ने उत्तर 24 परगना के सीमावर्ती इलाके में पिछले 24 घंटे में शरहद को कानून को तोड़ते हुए पति-पत्नी सहित पांच बांग्लादेशी और दो भारतीय को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिया।

बीएसएफ से मिली जानकारी के अनुसार 22 अगस्त, 2021 को 99 वीं वाहिनी की सीमा चौकी जीतपुर, रनघाट और मधुपुर के जवानों ने खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर विशेष अभियान चलाकर कुल सात लोगों  को हिरासत में लिया। जिनमें दो भारतीय और चार बंग्लादेशी नागरिक बांग्लदेश जा रहे थे। वहीं एक बंग्लादेशी नागरिक भारत आ रहा था। जिनकी पहचान सुल्तान बादशाह (उम्र 38 वर्ष) पिता का नाम जोनल अबेद्दीन और इसकी पत्नी  रशीदा बेगम(उम्र 33 वर्ष) जो ढाका के रामरबन गांव के रहने वाले हैं। जबकि सुपर्णा सन्याल(उम्र 45 वर्ष) पति का नाम बासुदेव सन्याल, तुहिम दास(उम्र 29 वर्ष) पिता का नाम दुर्बल दास, प्रोलाद कुमार मंडल(उम्र 35 वर्ष) पिता का नाम दिवंगत नरेन्द्र नाथ मंडल  सभी बांग्लादेशी और इंद्रा अयूब मुल्ला (उम्र 39 वर्ष) पिता का नाम अयूब मुल्ला और राम कृष्ण मंडल (उम्र 31 वर्ष) पिता का नाम दशारत मंडल दोनों ही भारतीय है।

 कैंसर के इलाज को तोड़ा शरहद का कानून अपनाया गैर कानूनी रास्ता

बीएसएफ से पूछताछ करने पर सुल्तान बादशाह ने बताया कि वह अपने इलाज के लिए अपनी पत्नी के साथ पासपोर्ट से 31 मार्च 2021 को भारत आया था। भारत के वेल्लोर में अपना केंसर का इलाज करवा रहा था। आज वे भारतीय दलाल रहमत, तमीज मंडल और रफीक मंडल की मदद से वापस बंग्लादेश जा रहे थे। और उन्होंने रहमत को 17000/ रूपये भी दिए। वही इंद्रा अयूब मुल्ला और राम कृष्ण मंडल ने बताया कि उन्होंने बांग्लादेशी लड़कियों से शादी की है और उनकी पत्नियां अभी बच्चों के साथ बंग्लादेश चली गई हैं । आज वे दोनों अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए भारत दलाल गणेश राय की मदद से बंग्लादेश जा रहे थे।

लोन नहीं चुका पाया तो छोड़ा देश

उधर, गिरफ्तार प्रोलाद कुमार मंडल ने बताया की उसने  लोन लेकर कारपेंटर की दुकान खोली थी लेकिन कोविड के चलते उसे दुकान में हानि हो गई और वह भारत में काम के लिए आ रहा था। आगे उसने बताया कि वह सात साल पहले भी भारत आया था और नवदीप के समीप आमघाटा में अपने चाचा के पास लकड़ी का काम सीख कर गया था। उसने अनजान बांग्लादेशी दलाल को 10000/ रूपये भी दिए हैं।  वही तुहिम दास और सुपर्णा सन्याल दोनों काम के लिए भारत आए थे। जबकि जहां गिरफ्तार किए गए पांच लोगो को पुलिस थाना बगदाह को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु सौप दिया गया। वही पति-पत्नी को सद्भावना और मानवीय आधार पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले कर दिया गया।

संजीव कुमार, 99 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने बताया की भारत - बांग्लादेश सीमा पर गैर कानूनी आवागमन को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधो में लिप्त व्यक्तियों को काफी मुश्किल का अनुंभव हो रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही हैं साथ ही बांग्लादेशी लोगों को उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सद्भावना के चलते उन्हें बॉर्डर गार्ड बंग्लादेश को सौंपा जा रहा है अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा की हम अपने इलाके में किसी भी हाल घुसपैठ नही होने देंगे।

सीमा सुरक्षा बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा 23 किलो हिलसा मछली के साथ दबोचा

21 अगस्त, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक भारतीय रिक्शा ड्राइवर को 23 किलोग्राम हिलसा मछली के साथ पकड़ा जिसे वह सीमा चौकी हाकिमपुर, 112 वाहिनी, उत्तर 24 परगना जिले क्षेत्र से बांग्लादेश से भारत में लाने का प्रयास कर रहा था। 21 अगस्त, 2021 को लगभग 0820 बजे, खुफिया विभाग की जानकारी के आधार पर, सीमा चौकी हाकिमपुर, 112  वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रूटीन ड्यूटी कर रहे थे कि जानकारी के आधार पर बताए गए संदिग्ध  रिक्शा (टोटो) को आते देखा। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे रोका और उसकी तलाशी करना शुरू किया, तलाशी के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने 18 पीस हिलसा मछली के बरामद किए जिनका कुल भार 23 किलो निकला। सीमा सुरक्षा बल ने उसी समय रिक्शा चालक को सामान के साथ पकड़ लिया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान 1) इकबाल मलिक, उम्र 22 वर्ष, पिता स्वर्गीय रब्बुल मलिक, गांव तराली मझेरपारा, डाकघर– हकीमपुर, थाना स्वरूप नगर, जिला–उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान व्यक्ति ने बताया कि एक भारतीय नागरिक है और अपने गुजारे के लिए छोटी मोटी तस्करी का काम करता है। उसने बताया कि आज 21 अगस्त, 2021 को उसने यह मछली हिलाल मौला( गांव केरागाछी, डाकघर– केरागाछी, पुलिस स्टेशन कालार्वा, जिला सतखीरा, बांग्लादेश) से खरीदी और हाकिमपुर चेकपोस्ट पार करने के बाद शंभू ( मछली बेचने वाला, गांव छतरा, पुलिस स्टेशन बदुरिया, जिला– उत्तर 24 परगना) को सौंपने वाला था। उसने बताया कि ऐसा करने पर उसको ₹15000 का फायदा होने वाला था। परंतु सीमा सुरक्षा बल ने उसे रास्ते में ही  पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति को जब्त किए गए सामान के साथ कस्टम ऑफिस तेतुलिया को सौंप दिया गया है।

नारायण चंद्र, कमांडिंग ऑफिसर, 112 वीं वाहिनी ने अपने जवानों कि उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है जिसके परिणाम स्वरूप 112 वाहिनी ने 01 भारतीय नागरिक को 23 किलोग्राम  हिलसा मछली और एक रिक्शा(टोटो) के साथ पकड़ा है। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है।