44 असम राइफल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर किया खेलों को आयोजन
न्यूज भारत, इंफाल (मणिपुर) : देश 75वां स्वतंत्रता दिवस पर मना रहा है। सरकार की अमृत महोत्सव योजना को फलीभूत करते 44 असम राइफल ने मणिपुर के तोंमलोग में राष्ट्र 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में स्वतंत्रता दिवस के 75 वर्ष मना रहा है। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रम पूरे तामेंगलोंग और कांगपोकपी जिले में आयोजित किए गए थे। कार्यक्रम जनभागीदारी और जन सहयोग समारोह के रूप में आयोजित किए गए थे। तामेंगलोंग जिले की पहाड़ियों में आज के दिन को बहुत धूमधाम से मनाया गया। 22 सेक्टर/आईजीएआर (पूर्व) के तत्वावधान में 44 असम राइफल्स ने इस दिन को मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। सुबह-सुबह रन फॉर फ्रीडम का आयोजन कर उत्साह और देशभक्ति को बढ़ाया गया, जिसमें बच्चों, युवाओं के साथ-साथ सैनिकों ने भाग लिया। ध्वजारोहण के बाद सभी शहीदों और राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के बाद माल्यार्पण किया गया। वंदे मातरम और भारत माता की जय मंत्रों के बीच 44 असम राइफल्स के कमांडेंट द्वारा तिरंगा फहराया गया। इस अवसर पर शांति और समृद्धि के प्रतीक कबूतर और तिरंगे गुब्बारे हवा में छोड़े गए। कमांडेंट ने अगली पीढ़ी के नागरिकों के साथ खुशी और जश्न मनाते हुए बच्चों को चाइल्ड केयर होम, तामेंगलोंग से मरम्मत की गई मनोरंजक सामग्री सौंपी। चमकती आँखों में खुशी और खुशी ने असम राइफल्स के वर्दीधारी भाइयों को उनके सामान की मरम्मत में दर्द उठाने के लिए धन्यवाद दिया। भारत की समृद्ध और विशद संस्कृति का चित्रण करने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उत्सव के मूड ने शहर में खुशी और खुशी ला दी। मिट्टी की सबसे बड़ी बेटी और क्षेत्र की एक राष्ट्रवादी स्वतंत्रता सेनानी रानी गैदिन्ल्यू के जीवन को दर्शाने वाले नाटक को दर्शकों की सबसे बड़ी तालियां मिलीं। बच्चों के लिए मैजिक शो ने मासूमियत की खुशी को हंसी में उड़ा दिया और और अधिक के लिए उत्साहित किया।
अमृत महोत्सव में उपस्थित लोगों के लिए स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में एक सामुदायिक भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 44 असम राइफल्स ने निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों का स्वागत किया जो राष्ट्र निर्माण और मणिपुर के सपने को साकार करने में योगदान दे रहे हैं। ये राष्ट्र निर्माता जिले भर में विभिन्न परियोजनाओं में योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर बटालियन ने उन परदे के पीछे के नायकों को अपना समर्थन और सहायता प्रदान की जो क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन ला रहे हैं और क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने में मदद कर रहे हैं। शहर में एक वाहन घुड़सवार फ्लैग रैली निकालने वाली राइफल महिला सैनिकों के उत्साह और उत्साह को बादल आसमान से कम नहीं कर सका। वे शहर में तिरंगा झंडा रैली के ध्वजवाहक थे।