युवाओं को मोहरा बना करा रहें है तस्करी दो को बीएसएफ ने किया गिरफतार
न्यूज भारत, कोलकाता : बढ़ती बेरोजगारी का फायदा उठाते हुए तस्करों ने युवाओं को तस्करी के रोजगार में ढकेल रहे हैं। महज कुछ पैसे का लालच देकर उनके हाथों मादक पदार्थ को सीमा के पास पहुंचाने का प्रयोग तेजी से फल-फुल रहा है। इसका मुख्य कारण है कि सीमा की तैनाती में लगे जवानों की नजर बच्चों पर कम पड़ती है। जिसका फायदा उठाते हुए तस्कर युवाओं को इस अपराध में की दुनियां में ढकेल रहे। इसी तरह के मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 159 बीएन बीएसएफ ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
बीएसएफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 8 अगस्त 21 को करीब 14.00 बजे बीएसएफ की खुफिया शाखा को सूचना मिली की दो कुछ अवैध सामनों के साथ तस्करी कर रहे हैं। जवानों ने सर्तकता बरतते हुए सीमा चौकी पन्नापुर, 159 वीं वाहिनी के इलाके से दो तस्करो को गिरफ्तार कर लिया। उस दौरान तस्कर तारबंदी के नजदीक गांजा छिपाने आए थे। इससे पहले की दोनों तस्कर अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते, बीएसएफ के जवानों ने दोनों तस्कर को पकड़ लिया और 02 किलोग्राम गांजा भी जब्त कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद दोनों तस्करो को सीमा चौकी पन्नापुर में लाया गया। जहाँ पूछताछ के दौरान उनकी पहचान 22 वर्षीय हीरा मोहन पिता– हिरन बिस्वास,ग्राम–चारणताल,पोस्ट- डाला,पीएस– हबीबपुर,जिला– मालदा है। दूसरे की पहचान बिशाल मण्ड़ल आयु 18 वर्ष,पिता– बिशु मण्ड़ल, ग्राम –चारणताल, पोस्ट- डाला, पीएस– हबीबपुर, जिला– मालदा है। पूछताछ के दौरान तस्करो ने खुलासा किया कि उन्होंने कार्तिक मण्ड़ल नाम के व्यक्ति ने एक बैग उनको दिया था। जो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक छिपाना था, जिसको बंगलादेश तस्कर निहार अली को ले जाना था और उनको बदले में उन्हें 2 हज़ार रुपये मिलने थे। गिरफ्तार तस्करों को जब्त किए हुए सामान के साथ थाना हबीबपुर में अग्रिम कारवाई के लिए सौंप दिया गया।
इधर 159 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर हर्ष नंदन जोशी ने बताया कि उनके इलाके में तस्करी ना के बराबर है। लेकिन कभी-कभी दलाल (तस्कर) नौजवान लड़कों को पैसों का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। जिस वजह से ये बेरोजगार नौजवान बीएसएफ द्वारा पकड़े जाते हैं। चेतावनी देते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे अपने इलाके में किसी भी प्रकार की तस्करी नहीं होने देंगे।