जवान सर्तक, तस्‍कर पस्‍त

बीएसएफ ने एक तस्कर को गिरफ्तार कर मवेशियों को बचाया

141 बीएन बीएसएफ ने जब्‍त की 4,98,778 रु. की याबा टेबलेट

न्‍यूज भारत, कोलकता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की समतल पर जहां चौकसी के कारण तस्‍करों के हौसले पस्‍त हो रहे हैं। वहीं बीएसएफ के जवानों की सर्तकता के कारण बाढ़ का फायदा उठाने वाले तकरों के भी हौसले पस्‍त हो रहे हैं। जवानों ने एक गुप्‍त सूचना के आधार पर 78 बीएन बीएसएफ ने ऊफनती गंगा में भी चौकसी तेज करने के कारण दो पशुओं समेत एक तस्‍कर बीएसएफ के हाथ लगा। वहीं साउथ बंगाल की अन्‍य सीमा क्षेत्रों में जवानों के चौकसी के कारण आए दिन अवैध सामानों की बरामदगी हो रही है। इसीक्रम में 141 बटालियन ने भी सीमा पर चौकसी के कारण करीब 4,98,778 रूपये के याबा टैबलेट और उसके चुर्ण जब्‍त कर तस्‍करों को तस्‍करी में मात दी है।

बीएसएफ साउथ बंगाल से मिली जानकारी के अनुसार 26 जुलाई, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत बीएसएफ के सतर्क जवानों ने सीमा चौकी निमतीता, 78 वीं वाहिनी के इलाके से एक बांग्लादेशी तस्कर को 02 मवेशियों के साथ उस समय दबोच लिया,  जब वह गंगा नदी पार कर बांग्लादेश में जाने की कोशिश कर रहा था।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में  बताया गया है कि 26 जुलाई, 2021 को मध्‍य रात्रि को  बीएसएफ खुफिया शाखा को एक सूचना मिली कि एक  बांग्लादेशी तस्कर 02 मवेशियों के साथ निमतीता के गंगा नदी  के  रास्ते से पार कर बांग्लादेश में जाने वाला है। जिसकी सूचना तत्कालित प्रभाव से कम्पनी कमांडर, सीमा चौकी निमतीता को साझा की गई और उन्होंने  तत्काल एक विशेष बोट के साथ एक पार्टी का गठन किया और पार्टी को निर्धारित इलाके में चेकिंग के लिए भेज दिया। रात्रि करीब 2 बजे,  रात्रि कैमरे में द्वारा  गंगा नदी में एक तस्कर  के साथ मवेशियों  की हरकत देखी। इसके बाद तुरंत कार्यवाही करते हुए बीएसएफ बोट पार्टी ने  नदी में उन्हें घेर लिया और एक बांग्लादेशी तस्कर के साथ 02  मवेशियों को जब्त कर लिया। पूछताछ के दौरान पकड़े गए तस्कर की पहचान   कयूम शेख, पिता– सिराजुल इस्लाम, ग्राम – घुघुडांगा( ठुटापारा), पोस्ट- साहपारा, थाना– शिवगंज जिला– चपाईनवाबगंज,  बांग्लादेश का रहने वाली है। कड़ी पूछताछ में तस्कर ने बताया की उसने ये मवेशी रूबेल शेख, पिता– मनरुल शेख, ग्राम– शोभापुर से लिया था।  इन मवेशियों को भारत से बंगलादेश में पार करने के उपरांत उसे रूपये 10,000/- मिलने थे।  इसके लिए पहले ही रूपये 5,000/- नगद मिल चुके है, और बाकी शेष राशि 5000 जब मवेशियों को बंगलादेश में मुर्तजा शेख, पिता– जानू शेख, ग्राम– रामनाथपुर , बंगलादेश में देने के बाद मिलने थे। तस्कर ने यह भी उजागर किया कि वह जब भी तस्करी की योजना बनाता था तो बीएसएफ की सतर्क ड्यूटी को देखकर हिम्मत नहीं होती थी। आज जैसे ही मवेशियों को तस्करी के लिए नदी में डाला बीच नदी में उसे बीएसएफ ने आकर पकड़ लिया। गिरफ्तार बांग्लादेशी तस्कर को ज़ब्त किए हुए सामान के साथ पुलिस स्टेशन समशेरगंज को अग्रिम कार्यवाही हेतु सौंप दिया जाएगा। इस बावत कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर, 78 बटालियन  के विश्वबंधु  ने बताया कि उनके इलाके में तस्कर बाढ़ का फायदा उठाकर तस्करी करने का प्रयास करते हैं। लेकिन बीएसएफ के सतर्क जवानों तथा आधुनिक रात्रि कैमरे की वजह से तस्करों के मंसूबे धराशाई हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने इलाके में किसी भी तरह की तस्करी नहीं होने देंगे।

बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर 597 याबा टैबलेट्स जब्त की

वहीं दूसरी ओर 25 जुलाई, 2021 को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के ही सतर्क जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर 597 याबा टैबलेट्स तथा लगभग 41 ग्राम याबा टैबलेट् का चूर्ण जब्त किया।  जब्त की गई याबा टैबलेट् तथा याबा टैबलेट् के चूर्ण का अनुमानित मूल्य रूपये 4,98,778 है। इन याबा टैबलेट् की तस्करी सीमा सुरक्षा बल की बॉर्डर आउट पोस्ट चारभद्रा फॉरवर्ड, 141 बटालियन मुर्शिदाबाद जिले के क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश में की जा रही थी। 25 जुलाई, 2021 को सीमा सुरक्षा बल की सीमा चौकी चारभद्रा फॉरवर्ड, 141 बटालियन के जवानों ने लगभग 12.45 बजे एक तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के पास से उन्हें काले रंग का एक पॉलीथिन बैग मिला। इसे खोलने पर उन्हें पॉलीथीन की थैली से 597 याबा की टैबलेट्स और लगभग 41 ग्राम याबा टैबलेट्स का चूर्ण मिला। जब्त याबा टैबलेट्स को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए जालंगी पुलिस थाने को सौंप दिया गया है। इस बावत 141 बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर, एन एस रौतेला ने जवानों की सतर्क ड्यूटी पर खुशी व्यक्त की है।  उन्‍होनें बताया कि याबा टैबलेट की जब्त खेप केवल उनके जवानों की ड्यूटी पर सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा हमारे जवान सीमा पर शून्य तस्करी के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं।