राकेश की प्रस्तुति में भक्ति, देशभक्ति के साथ सावन की फुहार के रंग में डूबी सोशल मिडिया
आकश शुक्ल, गोरखपुर (उप्र.)
कोरोना के संक्रमण काल में भले ही भव्य मंच का आनंद श्रोता नहीं उठा पा रहे हैं। लेकिन सोशल मिडिया पर सजीव प्रसारण लोगों के मन में आस्था, देशभक्ति और सावन के फुहारों का एहसास जरूर करा रहा है। आईसीसीआर के सजीव प्रसारण में भोजपुरी गायक राकेश उपध्याय ने जब कार्यक्रम की शुरूआत ‘निमिया के डार मईया’ पचार सुनाया तो लोग भक्ति के सागर में गोते लगाते रहे। उनकी दूसरी प्रस्तुति देशभक्ति गीत पर लोगों की भावना सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों की याद को ताजा कर दिया। जबकि सावन की शुरूआत को देखते हुए श्री उपाध्याय ने जब कजरी पर तान भरी तो पूरा सोशल मिडिया प्लेटफार्म आईसीसीआर लखनउ की शानदार प्रस्तुति को देखकर सावन के फुहार में भिगने लगा।
मालूम हो कि भोजपुरी गायक राकेश उपाध्याय के 23 जुलाई 2021 को शाम 5 बजे से भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद (आइसीसीआर) लखनऊ के "कला विश्व" के विशेष होराजन श्रृंखला में गोरखपुर से अपनी लाईव प्रस्तुति का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में जाने माने लोक गायक एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित राकेश उपाध्याय ने अपने गायन से देश विदेश के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । बताते चलें कि राकेश अभी तक भारत के लगभग सभी सम्मानित मंचों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, बैंकांक, मस्कट (ओमान)और नीदरलैंड में अपनी शानदार प्रस्तुति से भारत का सम्मान बढ़ा चुके हैं। आइसीसीआर के सजीव प्रसारण प्रस्तुति में राकेश ने सर्वप्रथम निमिया के डार मईया (देवी गीत पचरा) से किया, उसके बाद देशभक्ति गीत सुंदर सुभूमि भईया भारत के देसवा ,तिरंगा गीत-केहु बदले ना तिरंगा के निशानी हमरे, मिर्जापुरी कजरी-लछुमन कहाँ जानकी होइहें एइसन बिकट अन्हरिया ना..इस लाईव प्रस्तुति से जुड़े सभी श्रोता दर्शकों ने राकेश और उनकी टीम को खूब आशीष प्रदान किया ।उनके साथ,हारमोनियम पर सूरज मिश्रा ब्यास,ढोलक पर-गौरव मिश्र एवं साइड रीदम पर सुमन्त राय ने संगत किया । कार्यक्रम का सुंदर संचालन कुमारी पलक ने अंग्रेजी और जर्मन भाषा में किया ।राकेश ने इस विशेष प्रस्तुति हेतु अवसर प्रदान करने के लिए आई0सी0सी0 आर0 लखनऊ के प्रति आभार प्रकट किया ।