सीमा सुरक्षा बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश सीमा समन्वयन सम्मेलन का समापन
सीमा पर सौहार्द पर सहमती, खुफिया जानाकरी साझा को जे०आर०डी० पर हस्ताक्षर
तस्करी, घुसपैठ समेत अन्य अपराधिक को रोकने की पहल करेंगे दोनों देश
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : भारत-बंगलादेश के बीच तीन दिवसीय टेलीकांफ्रेंसिंग में दोनों देशों के सीमा पार से होने वाली आपराधिक गतिविधियों के साथ अवैध घुसपैठ व गोवंश की तस्करी समेत तस्करों पर नकेल कसने की योजना बना ली गई। इसकी रोकथाम के लिए दोनों देश आपस में खफिया जानकारी आपस में साझा करेंगे। इससे जहां अवैध कारोबारियों पर नकेल कसी जाएगी। वहीं आपराधिक गतिविधियों रोकथाम संभव है और अपासी सौहार्दय कायम रखने को बल मिलेगा। यह बातें दोनों देश के तीन दिवसीय बैठक में ली गई।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में सीमा सुरक्षा बल, सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल के मुख्य सूचना अधिकारी ने बताया कि भारत बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बलों के बीच होने वाली तीन दिवसीय महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल रीजनल कमांडर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन दिनांक 22 जून 2021 को वीडियो टेली कम्युनिकेशन के माध्यम से सीमा सुरक्षा बल के उत्तर बंगाल, दक्षिण बंगाल तथा गुवाहाटी फ्रटिंयर और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के नार्थ वेस्ट रीजन रंगपुर के बीच शुरू हुई थी। इसका समापन दिनांक 24 जून 2021 को संयुक्त रिकॉर्ड ऑफ डिस्कशन (जे०आर०डी०) दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के साथ संपन्न हुआ। वीडियो टेली कॉन्फ्रेंसिंग (वीटीसी) के माध्यम से दिनांक 22 से 24 जून 2021 तक आयोजित महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल रीजनल कमांडर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन आज (सुबह) सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश दोनों सुरक्षा बलों के बीच संयुक्त रिकॉर्ड ऑफ डिस्कशन (जे०आर०डी०) दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के साथ संपन्न हुआ। यह पहली बार है जब कोविड-19 महामारी के मद्देनजर यह द्विवार्षिक सम्मेलन वीडियो टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था। सम्मेलन के दौरान, पारस्परिक हित के विभिन्न द्विपक्षीय सीमा मुद्दे और प्रभावी सीमा प्रबंधन जैसे सीमा पार अपराध, जिसमें ड्रग्स, मवेशी, गांजा, वन्य जीवन, सांप का जहर, सोना, नकली मुद्रा और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी की गतिविधियाँ, सीमा उल्लंघन और उनके निवारक उपाय, लंबित विकास कार्यों के संबंध में सहमति, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा और समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के साथ एकल पंक्ति बाड़ का निर्माण, एक साथ समन्वित गश्ती दल, खुफिया जानकारी साझा करना तथा संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
दोनों प्रतिनिधिमंडल के टीम लीडर ने सभी लंबित मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करके, दोस्ती, विश्वास और सहयोग के बंधन को और मजबूत करने, अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति का माहौल बनाने के लिए पूर्वव्यापी उपाय शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल रकीबुल करीम चौधरी, एएफडब्ल्यूसी, पीएससी, अतिरिक्त महानिदेशक, रीजनल कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर ने वीडियो टेली कॉन्फ्रेंस के द्वारा सीमा सुरक्षा बल प्रतिनिधिमंडल का मीटींग में भाग लेने और विचारशील विचार-विमर्श के माध्यम से बहुमूल्य योगदान देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। दोनों सुरक्षा बलों के बीच विभिन्न पहलुओं पर समझौतों के साथ सफल निष्कर्ष निकला । सीमा सुरक्षा बल के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक अश्विनी कुमार सिंह ने भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति और सद्भाव बनाए रखने और पहले से ही मजबूत मैत्रीपूर्ण संबंधों को और अधिक मजबूत करने में दोनों सीमा सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल फ्रंटियर की ओर से रवि गांधी, महानिरीक्षक, उत्तर बंगाल फ्रंटियर और राजीव रंजन शर्मा, उप महानिरीक्षक, नोडल अधिकारी, सीमा सुरक्षा बल, उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने हिस्सा लिया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य सीमा प्रबंधन में सुधार करना और दोनों देशों के हित में सीमा संबंधी विभिन्न मुद्दों को हल करना है। साथ ही साथ दोनों देशों की सुरक्षा बलों के बीच दोस्ती को और मजबूत करना है। वहीं दोनों सुरक्षा बलों के बीच विभिन्न पहलुओं पर समझौतों के साथ सफल निष्कर्ष निकला । सीमा सुरक्षा बल के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक अश्विनी कुमार सिंह ने भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति और सद्भाव बनाए रखने और पहले से ही मजबूत मैत्रीपूर्ण संबंधों को और अधिक मजबूत करने में दोनों सीमा सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल फ्रंटियर की ओर से रवि गांधी, महानिरीक्षक, उत्तर बंगाल फ्रंटियर और राजीव रंजन शर्मा, उप महानिरीक्षक, नोडल अधिकारी, सीमा सुरक्षा बल, उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने हिस्सा लिया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य सीमा प्रबंधन में सुधार करना और दोनों देशों के हित में सीमा संबंधी विभिन्न मुद्दों को हल करना है। साथ ही साथ दोनों देशों की सुरक्षा बलों के बीच दोस्ती को और मजबूत करना है।