सिलीगुड़ी के रूठे भाजपाईयों ने पीएम की सभा से बनाई दूरी
तैयारी पूरी, जै श्रीराम , या ‘खेला होबे’ समय के गर्भ में
रूठों ने कहा- भाजपा से नहीं प्रत्याशी को लेकर हैं बैर
पवन शुक्ल, सिलीगुडी
नामों के चिर-परिचित अंदाज में ‘दीदी ओ दीदी’ सुनने के बाद गुस्से से लाल-पीला होने वाली ममता बनर्जी को उत्तर बंगाल की धरती सिलीगुड़ी के कावाखाली मैदान से चिकननेक की जनता को आज प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी को आमने-सामने सुनने का अवसर प्राप्त होगा। अब तक उत्तर बंगाल में हुए आम चुनाव में पहली बार भव्य मंच व बंद पंडालों के बीच होने वाली प्रधानमंत्री की सभा कावाखाली में होने जा रही है। हलांकि मंच के साथ पूरा कावाखाली मैदान पूरी तरह से भगवा रंग में रंग कर मोदी के इंतजार में पांव पलके बिछाए तैयार है। वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि सिलीगुड़ी प्रत्याशी का विरोध करने वाले दल ने प्रधानमंत्री की सभा से दूरी बनाने की बात कही है।
मालूम हो कि चौथे चरण का मतदान 10 को उत्तर बंगाल के कई जिलों में होगी। ऐेसे में पास के जिलों में होने वाले मतदान को लेकर प्रधानमंत्री की सभा को का—अहम मना जा रहा है। हलांकि मिशन बंगाल 2021 के –तह में अहम हो गया है। भाजपा ने मिशन बंगाल में अपनी पूरी ताकत झोंकी है और अपने सभी बड़े नेता बंगाल में डेरा डाले हुए है।
बताते चलें कि उत्तर बंगाल में मोदी से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यंमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष््ट्रीय अघ्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित साह, रक्षा म्रत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, तो किरण रीजूजू, स्मृति इरानी, भाजपा के दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष व सासंद भोजपूरी सुपर स्टार मनोज तिवारी का नाम शामिल है। वहीं प्रदेश के नेताओं की बात तो चुनावी क्षेत्र में जमें ही है। पार्टी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए दार्जिलिंग के सांसद सह , भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट तो यहीं डेरा डाले हैं। सबसे अहम बात यह है कि इतने जोरदार प्रसाय के बाद भी उत्तर बंगाल के सीटों जै श्रीराम के साथ कमल खिलेगा या खेला होबे यह तो भविष्य के गर्भ में है।
सिलीगुड़ी में सपनें हवा-हवाई जमीनी हकीकत नदारत
सिलीगुड़ी के भाजपा नहीं प्रत्याशी का विरोध कर रहे लोगों ने जहा प्रधानम्रत्री की सभा से दूरी बनाने के साथ ही सिलीगुड़ी जिला पर कई आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि आज के दौर में सिलीगुड़ी जिले में भाजपा को खडा करने वाले पिछली कतार में है। वहीं दूसरी पार्टियों से भाजपा में आने वाले लोग पहली कतार में है। वहीं रूठे नेताओं ने कहा कि सिलीगुड़ी संगठन में भाजपा के बड़े नेताओं को गमराह कर भाजपा की हवा है बाता रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत पूरी तरह से नादरत है। लोगों का कहना है पहले भी कोई मंडल ठीक से काम नहीं कर रहा था। वहीं चुनाव के दौरान सिलीगुड़ी संगठनात्मक जिले के 8वें मंडल के 39 वार्ड में 16-भाग वाला बूथ कार्यालय 6 अप्रैल को शुभारंभ वाले दिन से कार्यालय पर ताले लटके है। वहीं इस निर्वाचन क्षेत्र में कई ऐसे कार्यालय हैं जो अपने उद्घाटन के बाद से एक या दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि कई बूथों पर, फर्जी बूथ अध्यक्षों और बूथ समितियों को कागज पर दिखाया गया है। यहां मंडल अध्यक्ष टीम के साथ धमाल कर रहे हैं। इसलिए, यदि पार्टी इन मुद्दों को गंभीरता से नहीं लेती है, तो ये मुद्दे चुनाव से पहले पार्टी के लिए संकट लाएंगे।