निर्दल नामांकन के हाई बोल्टेज ड्रामें का अंत, बागियों ने नामांकन वापस लिया
ममता हताश, दो चरणों के मतदान के बाद हार मान चुकी ममता : राजू बिष्ट
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
नरेन्द्र मोदी के चुनावी कैंपेन की बह रही हवा, बहती गंगा में डुबकी लगाकर पार करने के सपनें पर लगी ब्रेक से नाराज होकर निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले भाजपा के बागी रहे डाबग्रम-फूलबाड़ी से आलोक सेन, व फांसीदेवा के डीलो साइबो ने आखिर अपना नामांकन वापस ले ही लिया। हलांकि इनके बागियों को लेकर भाजपा की नींद हराम तो हो गई थी। लगातार बडे नेता डाबग्राम-फूलबाड़ी और फांसीदेवा विधान सभा के दोनों प्रत्याशियों के संपर्क में थे, नामांकन वापसी के बाद राहत की सांस ली। वही उत्तर बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल रूप में सिलीगुड़ी विधानसभा सीट पर गुरु-शिष्य आमने-सामने मैदान में है। हलांकि लाल सलाम से जयश्री राम हुए भाजपा प्रत्याशी शंकर घोष को भी शुरू में काफी विरोध का समाना करना पड़ा था, लेकिन गले में विरोध की फांस अब धीरे-धीरे अमृत के रूप में बदल रहा है। नांटू पाल के भाजपा में शामिल होने के बाद विरोधियों को पस्त होते देख शंकर ने राहत की सांस ली है। इसलिए अब भाजपा का रास्ता धीरे-धीरे आसान होता नजर आ रहा है। वहीं इसी तरह तृणमूल से बागी बागी होकर निर्दल नामांकन करने वाले नांटू पाल जो भाजपा का दामन थामकर कधां से कधां मिलाकर भी अब भाजपा के खेमे में है। भाजपा के टिकट बटवारे के बाद भाजपा में चले हाई बोल्टेज ड्रामें का पटाक्षेप शनिवार को हो गया।
मालूम हो कि नाराज नेताओं को मनाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद राजू बिष्ट समेत अन्य नेता लगातार प्रयास कर रहे थे। उनके इस प्रयास के कारण दोनों नेताओं शनिवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन आलोक सेन ने डाबग्राम-फूलबाड़ी से और दिला साइबो ने फांसीदेवा विधानसभा एसटी सीट से अपना नामांकन वापस लिया। नामांकन वापस लेने के बाद जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इन नेताओं ने एकजुट होकर भाजपा उम्मीदवारों को जीत दिलाने की बात कही। सांसद राजू बिष्ट व भाजपा सिलीगुड़ी जिला कमेटी के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने इन नेताओं द्वारा नामांकन वापस लिए जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए नाराजगी को भुलाकर सोनार बांग्ला के गठन में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं के नामांकन वापस लेने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं का हौसला और बढ़ा है।
नामांकन वापसी के बाद श्री बिष्ट ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भाजपा बनाम तृणमूल कांग्रेस नहीं है। बल्कि राज्य की 10 करोड़ जनता बनाम तृणमूल कांग्रेस है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि दीदी प्रथम दो चरण के मतदान के बाद हताश-निराश है इससे साफ जाहिर होता है कि दीदी हार मान चुकी हैं। भाजपा दो सौ से ज्यादा सीट जीतकर राज्य में अपनी सरकार बनाएगी। इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस छोड़कर निर्दल उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने व बाद में भाजपा में शामिल हुए नांटू पाल समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।