भाजपा को कोरोना-अम्फान की चिंता नहीं, चुनावी समर में लगी
विडियों कांफ्रेसिंग से किया संवाददाता सम्मेलन
न्यूज भारत, कोलकाता: भाजपा की वर्चुअल रैली, बंगाल जनसंवाद पर साधते हुए तृणमूल ने कहा कि मोदी सरकार को बंगाल में कोरोना व अम्फान जैसे कहर की चिंता नहीं है। वह सिर्फ अपने वोट की राजनिति कर रही है। जबकि बंगाल की जनता अभी कई तरह के समस्यों से जूझ रही है। ही।उक्त बातें भाजपा की वर्चुअल रैली के बाद तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि जब कोरोना व एम्फन चक्रवात से हुई तबाही के संकट से बंगाल गुजर रहा है ऐसे समय में वोटों की भूखी भाजपा केवल गंदी राजनीति कर तृणमूल पर गलत आरोप लगा रही है। तृणमूल नेता ने शाह पर विभिन्न योजनाओं पर केंद्र ने जो खर्च किये गए धन का गलत डेटा पेश करने का आरोप लगाते हुए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे को पुनर्जीवित करने के लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिसको लेकर 2019 में बंगाल और देश के कई अन्य हिस्सों में एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया था। डेरेक ने कहा, हमारी सरकार का पूरा ध्यान 'कोविड -19 और चक्रवात एम्फन के बाद पुनरबहाली कार्य पर हैं। लेकिन जब शाह ने सीएए का मुद्दा उठाया है तो हमें जवाब देने की जरूरत है। सीएए के नियमों को छह महीने के भीतर अधिसूचित किया जाना था और इस सप्ताह इसकी अवधि समाप्त हो रही है और अब छह महीने के विस्तार का रास्ता तलाश करेंगे, क्योंकि दिसंबर में इस मुद्दे को फिर से जिंदा करेंगे, जो चुनावों से मुश्किल से तीन महीने पहले होगा। भाजपा के लोग सिर्फ वोट के अलावा कुछ नहीं करते हैं। बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा और तृणमूल के राज्यसभा सदस्य दिनेश त्रिवेदी भी संवादाता सम्मेलन में मौजूद थे।
प्रवासी श्रमिकों को ले अमित मित्रा ने घेरा
संवाददाता सम्मेलन में राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि महामारी व लॉकडाउन के कारण राज्य आर्थिक संकट का सामना कर रहा, लोगों के हाथों में नकदी नहीं देने के लिए केंद्र को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के बाजार में मांग पैदा करने के लिए नकदी के साथ लोगों का समर्थन कर रही है ताकि निवेश फिर से शुरू हो, और आप क्या कर रहे हो? बैंक भारतीय रिजर्व बैंक को पैसा वापस दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को कोई नकद सहायता नहीं दी गई है। मित्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र बंगाल को 53,000 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान नहीं कर रहा है, जिसके कारण काफी समस्याएं हो रही है।