भाजपा की बंगाल में “ जनसंवाद रैली”

बंगाल में “सोनार बंग्ला” मोदी सरकार ही लाएगी

दीदी के रोकने से नहीं रूकेगा बंगाल में परिर्वतनः अमित शाह

बंगाल के विकास का पैसा सिंडिकेट के हाथों में

ममता के कुप्रबंधान से रसातल में गर्इ अर्थ व्यवस्था

न्यूज भारत टीम, सिलीगुड़ी/कोलकाताः कोरोना संकट के कारण मोदी सरकार के दूसरे कायर्काल की उपलब्धियों को बताने का समय नहीं मिला। भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) साइर्बर टेक्नोलाजी का प्रयोग करते हुए बिहार के बाद बंगाल में पूर्व भाजपा अधयक्ष व केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बंगाल में दूसरी वर्चुअल रैली के माध्यम से बंगाल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बंगाल को फिर से सोनार बंग्ला बनाना है, तो भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथ को मजबूत करना होगा। बंगाल की दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि यहां विकास के लिए जो पैसा आत है, उससे विकास के कामों पर नहीं लगाया जाता है। बंगाल की जनता विकास के लिए तरस रही है, उसका लाभ दीदी अवैध बंग्लादेशियों को दे रही है। कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं मोदी सरकार के छह वर्षें को हिसाब लेकर आया हूं, दीदी कल प्रेसकांफ्रेंस अपने दस वर्षें का हिसाब दें दे।      उन्होंने कहा कि ममात रोकने से परिवर्तन नहीं रूक सकता, बंगाल की जनता मन बना चुकी है, जिस तरह से लोक सभा में बंगाल ने मोदी को बहुमत तक पहुंचाया है उसी प्रकार आने वाले विधान सभा चुनाव में जनता अपना मत देगी। वहीं जब वैश्विक बिमारी कोरोना जब भाजपा के अभियान को नहीं रोक पायी तो दीदी क्या रोकेगीं। पत्रकारों व भाजपा कार्यकार्ता की हत्या के बावत उन्होंने कहा कि दीदी बंगाल में हिंसा की कीचड़ जितना फैलाएंगी भाजपा कमल उतना ही खिलेगा। गृहमंत्री ने कहा कि ममता के कुप्रबंधान के कारण बंगाल की अर्थ व्यवस्था रसातल में चली गर्इ है। भाजपा फिर से सांस्कारिक बंगाल “ सोनार बांग्ला” बनाना चाहती है, इसके लिए भाजपा सरकार ने देश के साठ करोड़ गरीबों के जीवन में परिर्वतन किया, गरीबों के बैंक खाते खोले गए, 51 करोड़ गरीबों के खाते में मोदी ने सीधे पैसा भेजा, आयुषमान भारत, 50 करोड़ भारतीय इसका लाभ उठाया। परंतु अफसोस इसका फायदा बंगाल नहीं मिलता, इसका प्रमुख कारण मोदी फेमस ना हो बंगाल की जनता सुविधा देना चाहता पर दीदी देने नहीं देती। सीएए के विरोध पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि सीएए का विरोध अब दीदी पर भारी पड़ने वाला है, बंगाल की जनता दीदी को ही शरणार्थी बनाएंगी। देश की 120 करोड़ जनता ने मोदी के साथ है, इसका उदाहरणा, एक दन का जनता कर्फ्रयू, ताली से लेकर थाली तक। हम आज भी कहते हैं ममता आज किसानों की सूची दिजीए हम किसानों के खातें में देगें। प्रवासी मजदूरों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे कम रेल ममता सरकार  ने लिया, दुखद, बात यह है कि हम श्रमिक रेलगाड़ी बोलते है, पर दीदी ने कोरोना एक्सप्रेस नाम दिया। अंत में गृहमंत्री अमित शाह ने कि हम बंगाल में फिर से रविन्द्र संगीत सुनाने की कोशिश कर रहे हैं, पर दीदी के राज में सोनार बंग्ला में रविन्द्र संगीत नहीं बम धमाके गूंजते हैं। बंगाल की जनता ने वामों के शासन से छुटकारा पाने लिए परिर्तन किया था, लेकिन दीदी का शासन बामों के 35 वर्ष के राज के रिर्काड को तोड़कर उसी रास्ते पर चल पड़ी है। कार्यक्रम में बंगाल के सांसद समेत भाजपा एसएस आहलुवालिया व बाबुल सुप्रियों ने गृहमंत्री को स्मृतिचिन्ह भेट किया।