एक मुथो चायल के सहारे भाजपा अब किसानों के द्वारे

आज बर्धमान के जगदलपुर के गांव से जेपी नड्डा करेंगे शुभारंभ  

10 से पूरे देश में चलेगा भाजपा का एक मुठ्ठी चावल का अभियान    

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में विधान सभा चुनाव के मद्देनजर बंगाल के 58000 गांवों समेत पूरे देश में किसानों के घर से एक मुठ्ठी चावल लेने की योजना का उद्घाट़न भाजपा के राष्ट्रीय अधयक्ष जेपी नड्डा बर्धमान के जगदलपुर गांव से शुरू करेंगे। इसके बाद भाजपा के किसान मोर्चा की टीम प्रत्येक बंगाल के करीब 10 लाख किसानों के घर से एक मुठ्ठी चावल इकठ्ठा करेगी। इस चावल को भाजपा 25 से 30 जनवरी के बीच सामुदियक भोजन (अन्न सेवा) करेगी। इस दौरान भाजपा की नितीयों व किसान बिल के संबंध में किसानों को जानकारी दी जाएगी। इस कायर्क्रम की जानकारी जारी एक प्रेस िवज्ञप्ति में भाजपा ने दी।

 इस कार्यक्रम के तहत भाजपा किसानों के दर्द को समझने की कोशिश करेगी। साथ ही प्रदेश के हर किसान को भाजपा के कायर्क्रम को विस्तार से बताया जाएगा। क्योंकि बंगाल में किसान ममता बनर्जी के रवैये परेशान है। केन्द्र से मिलने वाली सहायता ममता किसानों तक पहुंचने नहीं दे रही है। जिसके कारण गरीब किसानों के समक्ष कइ संकट खड़ा हो गया है। अब हम किसानों के घर पहुंचकर उनकी समस्यायों को सुनेंगे व उनके समाधान पर विस्तार से चर्चा भी करेंगे।   जगदानंदपुर,कटवा का एक प्राचीन (लगभग 200 वर्ष पुराना) राधा माधव मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना 1839 ई. में हुई थी, और इसकी स्थापना राधमोहन घोष चौधरी ने की थी। इसी मंदिर में श्री नड्डा प्रार्थना करेंगे इसके बाद "एक मुठो चाल" कार्यक्रम के लिए 5 घरों का दौरा करेंगे।  कर्यक्रम "एक मुथो चायल” पश्चिम बंगाल के लाखों किसानों के दिलों को छूने वाला एक अनूठा कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में किसान के अधिकारों, खाद्य सुरक्षा और न्यू एग्रीकल्चर एक्ट, 2020 के लाभों के मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। वहीं एक मुथो चायल भारतीय जनता किसान मोर्चा का एक प्रमुख कार्यक्रम है। "एक मुठो चाल" कार्यक्रम कामूल उद्देशय किसानों के द्वारा खेती किए गए मुट्ठी भर चावल के योगदान के माध्यम से किसानों के जीवन को छूने वाली एक पहल है जो हाशिए पर हैं और बुनियादी अधिकारों से वंचित हैं। निर्भाय दीदी ने कहा कि “एक मुथो चायल” पश्चिम बंगाल में भाजपा की एक पथप्रदर्शक पहल है। हम राज्य के लगभग 58,000 गांवों तक पहुंचने और लाखों किसानों के साथ बातचीत करने की उम्मीद कर रहे हैं जो वंचित, निर्धन और सामाजिक रूप से हाशिए पर हैं। हमारा उद्देश्य मुद्दों को संबोधित करना है। सामाजिक और आर्थिक अभाव और गरीब किसानों का उत्थान। वहीं पश्चिम बंगाल के अन्नदाता स्वयं को किसी भी तरह से असुरक्षित और वंचित करते हैं, यह चिंता का विषय है। हम किसानों की इस स्थिति से चिंतित हैं।