तू जिस अदा से उठा है उसी का रोना है...

छाया पत्रकार की मौत की खबर से मिडिया जगत में पसरा सन्‍नाटा

बुधवार की शाम एक रेल हादसे में बिश्‍वरुप बसाक की हुई मौत

न्‍यूज भारत, सि‍लीगुड़ी : बुधवार की शाम सि‍लीगुड़ी के मिडिया जगत के लिए एक मातमी शाम लेकर आयी। सबके बीच में अपनी हंसी और उदारता लिए चर्चित छाया पत्रकार बिश्‍वरुप बसाक के रेल हादसे में मौत की खबर ने मिडिया से जुडे लोगों को आवाक कर दिया। हर तरफ बसाक के बातों की चर्चा और संवेदनाओं के साथ लोग हादसे के कारण को जाने की कोशिश करने लगे।

‘मैं देर तक तुझे खुद ही ना रोकता लेकिन, तू जिस अदा से उठा है उसी का रोना है।‘ फिराक गोरखपुरी की ये लाइने छायापत्रकार बसाक के हसीं के कायल लोगों के जुबान से निकल ही गई। खासकर मिडिया जगत से जुडे लोगों में उनके आकस्मिक मौत की खबर ने जहां मर्माहत कर दिया। वहीं कई मि‍डिया संस्‍थानों ने दुःख प्रकट किया। बिश्‍वरूप बसाक की मौत का आलम यह है कि ‘तेरे दर्द का असर यूं हो रहा है, जुदाई में सारा शहर रो रहा है।‘  मिली जानकारी के अनुसार श्री बसाक किसी कार्य से कही गए हुए थे। वापस आने के क्रम में वह आमबाड़ी के रेलवे बंद रेलवे गेट को पार करने की कोशिश की। इसी दौरान तेज रफ्तार आ रही ट्रेन के धक्‍के से गिर पड़े और उनकी मौत घटना स्‍थल पर होने की खबर है। न्‍यूज भारत सि‍लीगुड़ी व मिडिया जगत की ओर से उन्‍हें हार्दिक श्रद्धांजली अर्पित किया जाता है। भगवान श्री बसाक की आत्‍मा को शांति व परिवार को सहनशक्ति प्रदान करें।