न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : महिला काव्य मंच सिलीगुड़ी इकाई की सोलहवी मासिक गोष्ठी रविवार गूगल मीट द्वारा संपन्न हुई| इसमें मुख्य अतिथि डॉ भीखी प्रसाद वीरेन्द्र जी ने शीर्षक " राहे " नामक रचना से कार्यक्रम का आगाज़ किया साथ ही उन्होंने बड़ी अच्छी बात कही कि कविता बनावटी नही होनी चाहिए ये दिल से निकलनी चाहिए। यह ऑनलाइन कार्यक्रम बबिता कँवल जी के दिशानिर्देशन में हुआ। इस बैठक का संचालन डॉ वंदना गुप्ता ने बहुत मनमोहक तरीक़े से किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना बबिता अग्रवाल कँवल जी ने सुन्दर शब्दों से किया। किरण अग्रवाल जी ने अंत तक सभी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाते हुवे सबका उत्साहवर्दन किया। भारती बिहानी, ऋतू गर्ग, कनकलता झा, मनीषा सिंह , रूबी प्रसाद, अंजू डोकानिआ, संगीता भारद्वाज, वीणा चौधरी, प्रियंका जायसवाल, माधुरी पाण्डेय,अनामिका बैठा, सुनिता कुमारी दास ने अपनी अपनी मौलिक तथा उच्चकोटि की रचनाएँ व गज़ले से मंच में चार चाँद लगाया। एक से बढ़कर एक कविताओं की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। इनकी कविताएँ सुनकर सभी मंत्र मुग्ध तो होते ही है साथ ही जो भी इस मंच से जुड़ते है वें अपनी अनुभूति से फिर से मंच में आने का वादा जरूर करते है। कार्यक्रम के अंतमें अमरावती गुप्ता जी अपने अनमोल वचनों से सभी को धन्यवाद देते हुये कार्यक्रम का समापन किया |