इस्कान मंदीर रोड पर हादसे में भाजपा नेता का पुत्र घायल, हालत गंभीर
रात के सन्नाटे में दौड़ रही बालू लदे खटारा ट्रक से हुआ जानलेवा हादसा
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : जिन्दगी के कुछ पल ऐसे होते है जिन्हें समझना बड़ा ही मुश्किल होता है। जब कभी हम जीवन के किसी मोड़ पर असफ़लता का सामना करते है, तो हमारे चेहरे की हंसी गायब हो जाती है, और हम अंदर से टूट जाते है। ऐसा अधिकतर लोगों के साथ होता है, असफल होने के बाद उन लोगों का सफल होना बड़ा कठिन होना लगता है, और मन से हार मान लेते है। लेकिन, असफलता के बाद सफल होना है तो ख़ुद को यह विश्वास दिलाएं कि आप कुछ कर सकते हैं, क्योंकि आपके अंतरआत्मा में ईश्वर निवास करते है और जब तक वह आपके शरीर में है तब तक आप हर असंभव कार्य को संभव बना सकते है। खुद को थोड़ा अध्यात्म से जोड़ कर देखिये आपको इससे मानसिक और आंतरिक ऊर्जा मिलेगी। जैसे दिन के बाद रात का आना और रात के अंधेरे के बाद दिन का उजाला आना जिनता सत्य है, उतना ही सत्य है कि हर दुःख के बाद सुख का आना। आज यही उम्मीद लेकर एक पिता सड़क हदसे के बाद बुरी तरह से जख्मी बानेश्वरमोड एकतियासाल निवासी 29 वर्षीय पुत्र विवेक दे के जीवन की दुआ मांग रहा है, क्योंकि बेटे की हालत नाजुक बनी हुई है। हलांकि बेटे की सलामती के लिए परिवार के दुवाओं का असर तो है, परंतु हम सभी अपने चाहने वालो से अनुरोध करता हूं विवेक के जीवन की सलामती के लिए आपके दुवाओं की भी जरूरत है। आज दुख की इस घड़ी में ये चंद लाइनें के माध्यम से हम आपसभी के दुवाओं का असर देख रहे हैं।
निगाहों में मंजिल थी, गिरे और गिर कर संभलते रहे।
हवाओं ने बहुत कोशिश की, मगर चिराग आँधियों में भी जलते रहे।।
मालूम हो कि दिनांक 18-12 की रात शुक्रवार को बानेश्वरमोड एकतियासाल निवासी भारतीय जनात पार्टी (भाजपा) के उत्तर बंगाल मिडिया प्रभारी गौतम दे का 29 वर्षीय पुत्र विवेक दे प्रतिदिन की तरह अपने प्रधान नगर माग्रेट स्कूल के सामने फास्टफूड के रेस्टोरेंट कूलहॉट ( मिट्टी के बर्तन) से प्रतिदिन की तरह बंद कर वापस घर एकतियासाल जा रहा था। श्री दे जैसे ही सेवक रोड से मुड़कर इस्कान मंदिर रोड पर गए की सामने से रात के सन्नटे में बालू लदे ट्रक ने उन्हें सामने से ठोकर मार का बुरी तरह से जख्मी कर दिया। स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना परिजनों को दी। हलांकि घायल श्री दे को काफी चोट सर और पैर में लगे होने के कारण वह अचेत थे। जिन्हे सेवक रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सर पर गंभीर चोट लगने के कारण उनकी हालत गंभीर होने के कारण शनिवार को उनकी ब्रेन सर्जरी की जहां वह वेंटिलेटर पर है। वहीं पैर में भी गंभीर चोटें आई है, जिसका इलाज उन्हें होश में आने के बाद किया जाएगा।
बालू लदे ट्रकों से जान और माल दोनों को खतरा
रात के सन्नटे में सिलीगुड़ी की सड़कों पर दौड़ती बालू लदे ट्रकों की हालत खटारा होती है। अधिकतर गाडि़यों में तो कागजात भी नहीं होते हैं। वहीं इस खटारा ट्रकों पर की हालत यह होती है कि समय पर ना तो ब्रेक काम करता है और स्टेयरिंग की हालत यह होती है, जिधर काटेंगे उसके दूसरी ओर मुड़ती है। दूसरी सबसे अहम बात यह होती है, इन खटारा ट्रकों पर ओवरलोड़ होने के कारण अच्छी सड़कों की दश छह माह के भीतर ही गढ़े में तब्दील हो जाती है। वहीं इन गाडि़यों पर लाईट की कमी होने के कारण रात के अंधेरे कुछ दिखता नहीं है, जिसके कारण हादसे की संभावना प्रबल होती है। प्रशासन की मिली भगत से सिलीगुड़ी़ की सड़कों पर दौड़ रहे मौत के वाहनों पर लगाम लगनी की जरूरत है।