बिमल गुरुंग ही गोर्खाओं के सर्वप्रिय नेता : रोशन गिरी

बागडोरा एयरपोर्ट पर सर्मथकों का उमड़ा हुजूम, जोरदार हुआ स्‍वागत

कर्सियांग के बस स्‍टैंड पर रैली को करेंगे संबोधित, 6 को सिलीगुड़ी में बिमल की रैली

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी : वरिष्ठ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (बिमल गुरुंग गुट) के नेता रोशन गिरी शनिवार को तीन साल के लम्‍बे अंतराल के बाद बागडोगरा एयरपोर्ट उतरने के बाद समर्थकों ने जोरदार स्‍वागत किया।  श्री गिरी ने बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कहा, "हमारी पार्टी पहाड़ के लोगों के आकांक्षाओं के साथ है। आज भी पहाड़ के सर्वप्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में बिमल गुरूंग की पहचान है। दार्जिलिंग जिले का सिलीगुड़ी उपमंडल के अंतर्गत आता है। इसलिए आगमी 6 दिसंबर को बिमल गुरुंग सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करेंगे।  

बिमल गुरुंग के दाहिना हाथ माने जाने वाले रोशन गिरी के आने के बाद पहाड़ा में राजनैतिक गर्मी को एहसाह होने लगा है। बिमल और रोशन गिरी के आने से जहां विनय खेमा असंतुष्‍ट वहीं तृणमूल में भी कोई खास खुशी नहीं है। रोशन गिरी की रैली को लेकर कर्सियांग के मोटर स्‍टैंड को जीजेएम के झंडे से सजाया जा रहा है। इसके साथ ही श्री गिरी के स्‍वागत की तैयारी भी तेज हो गई है।

मालूम हो कि बिमल गुरुंग गुट ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया है। बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस को समर्थन देने का वादा किया। जबकि बिनय तमांग और अनित थापा के प्रतिद्वंद्वी जीजेएम गुट पहले ही राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के साथ गठबंधन कर चुके हैं। बंगाल पुलिस ने बिमल व गिरी पर देशद्रोह समेत बहुत सारे केस दर्ज होने के बाद दोनों नेताओं ने पहाड़ को छोड़ दिया। इसके बाद विनय तमांग और अनिक थापा जीजेएम के नए चेहरे के रूप में उभरे और तृणमूल से गठबंधन कर लिया। इस गठबंधन के बाद पार्टी में फूट पैदा हो गई। बताते चलें कि अब पहाड़ पर दोनों गुटों के बीच कुर्सी को लेकर खींचतान का होना लाजमी है। ऐसे में उंट किस करवट बैठेगा यह तो समय बताएंगा। लेकिन दोनों गुट पहाड़ पर एक साथ कैसे रहेंगे इसको लेकर संसय की स्थिति बनी हुई है।