आस्था के महापर्व पर श्रद्धा का सैलाब

प्रशासन की सख्ती से घाटों पर रौनक घटी, उहापोह में रहे लोग

तमाम परिवारों ने घाट की जगह घर से बनाया तालाब किया पूजा

न्यूज भारत, टीम उत्तर बंगाल : आस्था  के महापर्व छठ का समापन शनिवार को प्रात: उदयांचल सूर्य को अर्ध्या देने के बाद समाप्त हो गया। चार दिवसीय पर्व की शुरूआत नहाय-खाय से शुरू हुआ, शुक्रवार को संध्या कालिन अर्ध्य देने के साथ पूरी रात श्रद्धालुओं में हर्ष का माहौल देखा गया। जबकि कोरोना संक्रमण एनजीटी व हाईकोर्ट के आदेश को लेकर कई दिनों से उहापोह के माहौल में छठ के इस महापर्व को लेकर इस वर्ष थोड़ी परेशानी रही पर महापर्व का समापन सकुशल संपन्न हो गया।

सिलीगुड़ी के कई परिवारों ने सरकारी आदेश को लेकर झमेला पालने से पहले ही अपने-अपने घर या मुहल्ले में अपना तालाब बनाकर पूजा को संपन्न किया। महानंदा के सबसे पुराने घाट लाल निरंजन भौमिक घाट पर इस वर्ष महापर्व के नजारा थोड़ी फीकी रही, पर उत्साह में कमी नहीं रही। घाटों पर बेहतर सजवट में कमी के कारण आम लोग कम दिखे पर ब्रतियों के उत्साह में कमी नहीं रही। इस घाट पर प्रशासन ने लगातार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रहा था। प्रशासन की चौकसी इसी बात का प्रमाण था कि महानंदा लाल निरंजन घाट के अलावा कई अन्य घाटों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। छठ के इस महापर्व पर सालुगाढ़ा, बीएसएफ रोड, गंगानगर, प्रधाननगर, गांधीनगर, प्रकाश नगर समेत शहर में बह रही महांनदा के किनारे धूम-धाम से मनाया गया। वहीं उत्तरर बंगाल के गंगारामपुर, बालुरघाट, दक्षिण दिनाजपुर, जलपाईगुड़ी, बीरपाड़ा, मालबाजार, उत्तबर दिनाजपुर समेत पूरे उत्तईर बंगाल में उल्लाीस के साथ मनाया गया।