क्वारंटाईन नहीं होने से परिवार पर भी मंडरा रहा खतरा
न्यूज भारत, गलगलिया: कोरोना मुक्त सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों में अब कोरोना (कोवडि19) संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा यहां के स्थानिय लोग नहीं है, बल्कि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों से। अब सिलीगुड़ी के आसपास क्षेत्रों में कोरोना के पांव पसारने का सबसे प्रमुख कारण प्रवासी मजदूर। मायानगरी मुम्बई से गलगलिया भसकर भीटी ईद पर अपने घर लौटे एक युवक कोरोना संक्रमित होने से क्षेत्र में खौफ भर दिया है। इस संक्रमित मामले को लेकर गलगलिया के बाजार को बंद करने का निर्णय मंगलवार को लिया जाएगा। बाजार बंद होने की खबर से लोगो दहसत में एक सप्ताह की सब्जी खरीदने लगे जिसके कारण बाजार में सब्जियां महंगी हो गई। मिली जानकारी के अनुसार गलगलिया भसकर भीटी निवासी एक युवक मुम्बई में लोकल ठीकेदारी का काम करता था। लाकडाउन के दौरान वह ईद पर मुम्बई से दो दिन पहले श्रमिक स्पेशल से अपने घर लौटा। हलांकि सरकारी नियमानुसार उसे 14 दिन क्वारंटाईन में रहना चाहिए था। लेकिन नियमों की अनदेखी कर वह सीधे अपने घर में रहने लगा और ईद पर कई लोगों से मिलने भी गया। कुछ दिन पहले उसकी तबियत खराब हुई और कोरोना का लक्षण दिखने के बाद टेस्ट कराया गया, जो सोमवार को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हो गई और कोविड हास्पिटल में भर्ती करा गया। संक्रमित होने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और तरह तरह की अफवाहों से बाजार गर्म हो गया। उधर सबसे अहम बात यह है कि उक्त युवक के संक्रमित होने के बाद उसके परिवार और मिलने वालों पर भी कोरोना संक्रमित होने का खतरा मंडराने लगा है।