गोरखा होने के नाते हर मुद्दे को उचित जगह उठाया
पहाड़ के हर मुद्दे को हल करने जज्बा सिर्फ भाजपा में
गोरखाओं को बांट कर तृणमूल राज करो की नीति पर कर रही काम
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने मुझे जिस विश्वास के साथ चुना है। मैं लोगों की उम्मी दों पर खरा उतरूंगा। वहीं मैंने संविधान की सपथ लेने के बाद से ही मैंने पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ काम किया है। दार्जिलिंग लोकसभा सीट से सांसद के रूप में अपनी छोटी अवधि में मैंने हर दरवाजे पर दस्तक दी है जहां से हमारे मुद्दों का समाधान हो सकाता है। 70 वर्षो के शासन में और भाजपा के इस सात वर्षो के शासन जो हुआ आपके समक्ष है। आज के दौर में भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो गोरखाओं को हर सुबह मुस्काकराने की वजह बन सकती है। उक्त बातें जारी एक प्रेस विज्ञप्ती में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने कही।
उन्होंने कहा कि हमारे सभी मुद्दों और समस्याओं का समाधान संविधान में है। जैसा कि बहुत कम समय में हमारी सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, बोडोलैंड मुद्दे का समाधान, ट्रिपल तालक को समाप्त करते हुए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को न्याय और गरिमा प्रदान करने के लिए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की शुरुआत की। वहीं श्रम सुधार और अन्य ऐसे विवादास्पद मुद्दे, जिन्हें किसी अन्य सरकार ने हल करने की जहमत नहीं उठाई। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में दार्जिलिंग की पहाड़ियों, तराई और डुआर्स से जुड़े मुद्दों को भी हल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मैं खुद गोरखा होने के नाते जिम्मेदारी से कहता हूं कि भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने सबक साथ सबका विकास पर काम कर रही है। जिसके तहत हमारे क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों को आगे बढ़ाया है। बीजेपी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने दार्जिलिंग की पहाड़ियों,तराई और डुआर्स के लोगों की लंबे समय से लंबित मांगों के लिए स्थायी राजनीतिक समाधान निकलने के लिए गोरखाओं की उप-जनजातियों में से 11 को एसटी का दर्जा देने के लिए अपनी प्रतिबद्ध के साथ मैं आपको विश्वास दिला सकता हूं कि भाजपा हमारी समस्त मांगों को पूरा करेगी।
उन्होंने बिमल की गुरुंग की बात पर बताया कि हम समझते हैं कि घर वापसी के लिए जीजेएमए नेताओं की अपनी मजबूरी है। मैं उन्हें उस मार्ग पर अच्छी तरह चलने की शुभकामनाएं देता हूं जो उन्होंने चलने के लिए चुना है। लेकिन यह सत्य है कि ममता की टीएमसी कभी भी क्षेत्र के लोगों के साथ न्याय नहीं करेगा। सिर्फ सपनें दिखाकर वोट की राजनीति करेगी। जहां तक मैं गोरखा होने के नाते गोरखाओं के मन की बात को समझते हुए टीएमसी के अत्याचार से पीड़ित गोरखाओं ने ममता बनर्जी को अगले मुख्यमंत्री के रूप में वापस लाने के लिए कभी वोट नहीं करेगा। श्री बिष्ट ने कहा कि हमें अपने हक के लिए एक जुट होना होगा, और जब तक गोरखा एकजुट रहेंगे तो यह निश्च त है तभी हम भेदभाव, अत्याचार व अपने अपमान से लड़ सकेंगे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लंबे समय से टीएमसी सरकार की पहचान रही बांटो और राज करो की राजनीति अब नहीं चलेगी। ठीक उसी तरह जैसे 2019 में, लोग टीएमसी को हराने के लिए एकजुट हुए, हमें इस तानाशाही पार्टी को हमेशा के लिए मिटाने के लिए एकजुट रहना होगा, ताकि हम एक साथ अपने क्षेत्र और लोगों के लिए एक नई सुबह और बेहतर भविष्य का स्वागत कर सकें।