भ्रम से बाहर निकलें ममता, गोरखा बिमल के साथ पर तृणमूल को नहीं मिलेगा वोट
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमेशा बाटों और राज करो पर काम कर रही है। ममता बनर्जी को भ्रम में है कि बिमल को साथ लेने से वोट मिलेगा। लेकिन यह तय है कि गोरखा कभी तृणमूल के वोट देंगे। वहीं गोरखाओं के मुद्दे पर आज भी भाजपा अपने संकल्प पत्र को लेकर अडिग है। गोरखाओं के 11 जातियों का ममला हो या उनके स्थायी समाधान का तो शिघ्र ही पूरा किया जाएगा। उक्त बातें भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने कही। उन्होाने कहा कि बिमल के चाहने वाले पहाड़ व डुवार्स में हैं पर एक बात तय है कि वह वोट तृणमूल को नहीं मिलेगा। इसका उदाहरण 2017 में ममता बनर्जी ने गोरखाओं को बांटकर 16 अलग-अलग गोरखा बोर्ड बना कर बाटनें की कोशिश की पर वोट सभी ने भाजपा को दिया है। उन्होंने कहा कि आज ममता दोनों को शरण दे रही है जबकि पहाड़ में एक दूसरे का विरोध हो रहा है। एक बात तय है कि बिमल ममता के साथ रहने पर भी उत्तर बंगाल के गोरखा कभी वोट नहीं देगा। वहीं देश में जो भी काम हुआ है वह पिछले 70 वर्षो में नहीं हुआ, और हमारा गंठबंधन तराई, डुवार्स व पहाड़ की जनात से हुआ है।