नार्थ बंगाल न्यूरो सेंटर में बिल को ले मरीज ने लगाया लूट का आरोप

एक दिन का चार्ज तय हुए 16 हजार दो दिन का बिल लिया 1 लाख 20 हजार

70 प्रतिशत आक्सीजन पर आया था मरीज, नियमानुसार लिया गया चार्जः डा. ढंढनीया

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः कोरोना संक्रमण को लेकर नार्थ बंगाल न्यूरो सेंटर में भार्ती हुए एक मरीज ने अस्पताल प्रबंधन पर जबरदस्ती अधिक भुगतान लेने का आरोप लगया है। वहीं अस्पताल प्रबंधन नियमानुसार भुगतान लेने की बात कही है।   मिली जानकारी के अनुसार चन्द्र बहादुर सिलाक इस्ट सिक्किम दिनांक 30-10-20 को नार्थ बंगाल न्यूरो सेंटर में भार्ती हुआ। मरीज के परिजन नवीन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि इससे पहले मरीज को निमोनिया होने के कारण इलाज संजीवनी नर्सिंग होम में चल रहा था। जहां पर कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था। इलाज के बाद ठीक होने पर उसे अपने एक रिस्तेदार के घर देवीडांगा में लेकर गया। जहां पुनः उसकी तबियत खराब होने पर 30-10 को नार्थ बंगाल न्यूरो सेंटर प्रधाननगर में भर्ती कराया गया। जहां कमरे किराया डा. विजिट के खर्च प्रबंधन ने 16 सौ बताया। परंतु अपनी मजबूरी बताते हुए प्रबंधन उसे 11 रूपये प्रतिदन के हिसाब से भर्ती कर लिया। मरीज का आरोप है पैसे अधिक लगने के कारण दूसरे दिन डिस्चार्ज करने को परंतु किए नहीं। 1-11-20 की शाम को जब डिस्चार्ज किया तो बिल 1 लाख 20 हजार का पकड़ा दिया। हलाकिं किसी तरह बिल का भुगतान कर मरीज को नार्थ बंगाल मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। उधर इस बावत समाजसेवी संगठन के रमेश साहा ने भी इस मामले को लेकर मरीज के परीजनों के साथ अस्पताल प्रबंधान के खिलाफ प्रधाननगर थाने में एक डायरी दर्ज कराया है।  

इस बावत नार्थ बंगाल न्यूरो के निदेशक डा. ढंढनीया ने बताया कि मरीज से जो भी भुगतान लिया गया सरकारी नियमानुसर ही लिया गया व उसके लगाए आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने बताया कि जिस समय मरीज अस्पताल में आया उसका आक्सीजन लेबल 70 प्रतिशत के आसपास था व हालत नाजुक थी। उसकी मजबूरी को देखते हुए प्रबंधन ने कमरा व डा. विजिट में कन्सेशन करते हुए 16 सौ की जगह 11 कर दिया गया था। डा. ढंढनीया ने बताया कि मरीज से जो भी चार्ज लिया गया सरकारी नियमानुसर है जो वास्तविक रूप में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में हम नियमों की अनदेखी नहीं कर सकते। जो भी जांच व सुरक्षा के मानक उसे पूरा करना हमारे अस्पताल की नैतिक जिम्मेदारी व कोरोना प्रोटोकाल के तहत ही जांच की सारी प्रक्रिया पूरी की गर्इ है। वहीं आम लोगों की सुरक्षा को लेकर पीपीइ किट जिसकी कीमत 900 के हिसाब से 3600 अन्य जांच करीब 30,000 रूपये के हुए इस तरह सुरक्षा को लेकर इसके अलावा अन्य जांच भी किया गया जो सुरक्षा  के मानको को धयान में रखकर नियमानुसार किया गया है।