टेरर एजेंसी के रूप में काम कर रही बंगाल पुलिस : सायंतन बसु

कोरोना संक्रमण की सही रिपोर्ट केन्‍द्र को देने से धबराती है सरकार

सरकारी पैसे को पानी की तरह बहा रही तृणमूल की सरकार

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी : बंगाल में कानून व्‍यवस्‍था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। यहां की पुलिस ममता बनर्जी और तृणमूल के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ उसके समर्थको  परेशान करने में जुटी हुई है। इसके साथ बंगाल की पुलिस तृणमूल के लिए टेरर ऐजेंसी के रूप में काम कर रही है। उक्‍त बातें पत्रकारों से वार्ता के दौरान बंगाल जनरल सेक्रेटरी सह उत्‍तर बंगाल प्रभारी सायंतन बसु ने कही। कोरोना संक्रमण की चर्चा करते हुए श्री बसु ने कहा कि बंगाल में कोरोना का विकराल रूप है परंतु ममता बनर्जी की सरकार केन्‍द्र सरकार को आंकड़ों की बाजीगरी सिखाते हुए कम दिखा रही है। जबकि वास्‍तविक रूप से आंकड़े कुछ और कह रहे है। उन्‍होंने कहा कि तृणमूल सरकार कहती है पैसा नहीं आए दिन केन्‍द्र से मागने की फिराक में रहती है। लेकिन जब सरकार के पास पैसा नहीं है तो पूजा पंडालों को 50-50 रूपया इसके साथ मैलवी समेत अन्‍य धार्मिक आयोजनों में पैसा क्‍यों खर्च रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि गिरती साख को बचाने और वोट बैंक को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रही है। जबकि निर्देश के अनुसार पैसे को खर्च सेनेटराइजेशन और सामाजिक दूरी पर खर्च करने को कहा गया है। परंतु तृणमूल सरकार यह पैसा घरों से बिल बनाकर खर्च दिखाएंगी। गोरखलैंड के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा हमारी सरकार इस समस्‍या के समाधान में पुर जोर से जुटी है बैठकों का दौर जारी है, शिघ्र समाधान हो जाएगा। बए़ती महंगाई के बावत श्री बसु ने बताया कि तृणमूल के ठेकेदार किसानों से आलू पांच रूपये किलों खरीदकर उसे बाजार में 40 रूपये किलों बेच रहे हैं। जिसके कारण किसनों की थानी से आलू का स्‍वाद खत्‍म हो गया है। उन्‍होंने कहा आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा 200 से अधिक सीटों को जीतकर बंगाल में कमल खिलाएगी। यहीं बंगाल के किसानों गरीबों के विकास की कहनी शुरू होगी।