हिमाचल के पांगना-करसोग को मिली इतराने की वजह

विपुल शर्मा का एफआरआई देहरादून में हुआ चयन, अखिल भारतीय परीक्षा के तहत पीएचडी में मिला स्थान

 जगदीश शर्मा, मंडी (हिमाचल)

ऐतिहासिक सुकेत रियासत की राजधानी रही पांगणा को फिर एक बार इतराने की वजह मिल गई है। यहीं के छात्र विपुल शर्मा ने भारत के सबसे ऐतिहासिक एवं प्रतिष्ठित वानिकी संस्थान (एफआरआई) देहरादून के लिए आयोजित की गई अखिल भारतीय परीक्षा पास करके पीएचडी में अपना स्थान बनाकर क्षेत्र व परिवार का नाम रौशन किया है। मालूम हो कि इस परीक्षा में पूरे देश से सिर्फ दो छात्र ही चयनित हुए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले विपुल शर्मा करसोग क्षेत्र के पहले छात्र हैं।

मालूम हो कि इससे पहले विपुल ने अपनी बीएससी और एमएससी की पढ़ाई नौणी विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। विपुल को नौणी विश्वविद्यालय एवं अपने महाविद्यालय के उत्कृष्ट छात्र अवार्ड से भी सम्मानित किये जा चुके हैं। वहीं सामजिक कार्यो में रूचि रखने वाले विपुल शर्मा समाज सेवा की विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में हमेशा आगे रहे हैं। इस बावत विपुल शर्मा जी ने बताया कि उनका चयन अखिल भारतीय परीक्षा के द्वारा हुआ है, जिसमें उन्होंने फॉरेस्ट जेनेटिक्स डिपार्टमेंट में अप्लाई किया था। इसमें पूरे भारत के छात्रों ने अप्लाई किया था परंतु डिपार्टमेंट में केवल 2 छात्रों का चयन हुआ है। और विपुल शर्मा भी इसमें से एक हैं।

वहीं विपुल की इस सफलता को लेकर पूरे क्षेत्र खुशी की लहर दौड़ चुकी है। विपुल ने अपनी सफलता श्रेय अपने मां-बाप गुरुजनों दादी ताया ताई बुआ भाई बहन मित्रों  फूफा पंडित शशीपाल डोगरा, सहित सुकेत अधिष्ठातात्री राज-राजेश्वरी महामाया पांगणा और कुल देव कमरुदेव जी को दिया है । उनकी इस सफलता पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमित गुप्ता, डॉक्टर जगदीश शर्मा, ग्राम पंचायत पांगणा के उप-प्रधान बसंत लाल, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष धर्म प्रकाश शर्मा, प्रथम श्रेणी सरकारी ठेकेदार सुरेश शर्मा पतंजलि योग पीठ के जिलाधिकारी जितेन्द्र महाजन,तहसील प्रभारी चेतन शर्मा, युवा वैज्ञानिक शरद गुप्ता, युवा प्रेरक पुनीत गुप्ता,सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की जिला सलाहकार लीना शर्मा सहित युवा मंडल और महिला मंडल सहित समस्त पांगणा उप-तहसील वासियों ने विपुल शर्मा की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए बधाई दी है।