सड़क संपर्क बहाल करने की कोशिश, सुविधाओं को होगा विस्तार
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : बंगाल के सबसे बड़े पर्यटन के रूप में विकासित दार्जिलिंग जिले का शहर सिलीगुड़ी से मात्र 10 से 12 किमी की दूरी पर स्थित पुटिनबारी चाय बागान का दौरा किया। लेकनि यह देखकर हैरानी हुई कि पश्चिम बंगाल के दूसरे सबसे बड़े शहर के इतने नजदीक होने के बावजूद यहां के लोगों के पास कोई सड़क संपर्क नहीं है। जब जल स्तर कम होता है, तो यहां के लोग नदी पार करने और अपने दैनिक कार्यों के लिए जाने के लिए ट्रैक्टरों का उपयोग करते हैं। मैं भी उस गाँव तक पहुँचने के लिए आज एक ट्रैक्टर पर नदी पार की। सबसे अहम बात यह है कि बरसात के मौसम के दौरान पानी का स्तर बढ़ने पर आसपास के गांवों में रहने वाले 5000 से अधिक लोगों का संपर्क पूरी तरह से सिलीगुड़ी से कट जाते हैं। वहीं जो पुल कभी पुटिनबाड़ी को सिलीगुड़ी समेत दुनिया के अन्य क्षेत्रों को जोड़ता था। बदकिस्मतती वह कई साल पहले गिर गया था। लेकिन राज्य सरकार ने पुल के पुनर्निर्माण के लिए आज तक कोई प्रयास नहीं किया है। उक्त बातें दार्जिलिंग सांसद सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि सबसे दुखद बात यह कि सड़क संपर्क की कमी के कारण मुझे बताया गया कि कई रोगियों की मृत्यु हो गई। क्योंकि उन्हें समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। वहीं छात्रों, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों को हर दिन बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।उन्होंने कहा कि पुटि नबाडी के बाद मैंने खपरईल और फुलबारी को जोड़ने के लिए रक्ती खोला पुल का भी दौरा किया, जो हाल में हुई बारिश के दौरान पुल बह गया था। वहीं इस पुल के टूटने से 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जिनके लिए पुल एक जीवन रेखा है। इस पुल के निर्माण के लिए मैंने डीएम कार्यालय को भेज दिया। हालाँकि जैसा कि लोगों ने मुझे बताया कि पुल के पुनर्निर्माण की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया है। मैंने लोगों को आश्वासन दिया है कि मैं इन गांवों की कनेक्टिविटी को बहाल करने के लिए अपनी क्षमता से सब कुछ करूंगा। सरकार के चुने हुए प्रतिनिधियों के रूप में यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। वहीं इस क्षेत्र के लोगों के पास बुनियादी ढाँचे की पहुँचाने की जिम्मेदारी भी जनप्रतिनिधि की है।