बंगाल में कानून व्यवस्था की हालत बेहद भयावह, राष्ट्रीय सुरक्षा भी खतरे में
कूचबिहार में शहीद जवान को सलाम, सिलीगुड़ी में ममता बनर्जी पर वार
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : कानून व्यवस्था के पालन में राज्य की ममता बनर्जी सरकार पूरी तरह से फेल है। बंगाल में कानून व्यवस्था इतनी भयावह है, कि हमें यहां हर समय अलकायदा जैसा डर सताता है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इसका उदाहरण अभी तक 6 आतंकी यहां से पकड़े जा चुके हैं और 3 अन्य जगहों से गिरफ्तार आतंकी भी इसी इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस और राज्य एजेंसी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी, यह एक बहुत ही गंभीर मामला है। कूचबिहार में गलवान के शहीद जवानों के परिजनों से मिलने के बाद सिलीगुड़ी में बंगाल के राज्यपाल जयदीप धनकड़ शुक्रवार को यहां राजकीय अतिथि निवास (सर्किट हाउस) में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से आश्वस्त करता हूं कि 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव वैसा नहीं होगा जैसा पहले होता रहा है।
राज्यपाल भारत-चीन सीमांत गलवन घाटी में शहीद हुए अलीपुरद्वार के लाल विपुल राय के परिजनों से मिलने के बाद कोलकाता लौटने के क्रम में यहां राजकीय अतिथि निवास में पत्रकारों से वार्ता के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य के अफसरों व पुलिस का रवैया कानून के पालन में नहीं है, राजनीति सेवक का हो गया है और अब जनसेवक नहीं रह गए हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए और अफसरान व पुलिस को राजनीतिक रूप से निष्पक्ष होना होगा। क्योंकि वे जनता के सेवक हैं ना कि किसी राजनीतिक दल के सेवक नहीं हैं। उन्हें यह समझना होगा, यदि वे नहीं समझते हैं तो इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। संविधान के विरुद्ध कोई भी चीज स्वीकार नहीं की जा सकती है। मैं चाहता हूं कि राज्य में कानून का राज हो और वह जनसेवक की तरह कार्य करें। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल राज्य में अपराध का ग्राफ तेजी से काफी बढ़ा है। आतंकवाद और माओवाद भी सर उठाने लगा है, जिससे मानवाधिकार का हनन हो रहा है। वहीं राज्य के मानवाधिकार आयोग भी मानव अधिकारों की रक्षा करने में विफल है। उनकी इन बातों पर जब उनसे सवाल पूछा गया कि, तो क्या ऐसी परिस्थिति में चाहते हैं कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाए ? तो उनका जवाब था कि मैं ही क्यों यहां के खराब होते हालात से सब चाहते हैं।