मचा कोहराम घर में चल रही थी बेटी की शादी की तैयारी
असम प्रांत के तिनसुकिया में बीआरओ में गनमैन के रूप में तैनात थे बदुरांव के रामेश्वर गुप्ता
मनोज मिश्रा, गोरखपुर
पूर्वोत्तर के भारत-चीन सीमा पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) में तैनात जवान की हार्ट अटैक होने से मौत हो गर्इ। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के बदुरांव गांव निवासी व बीआरओ में बतौर गनमैन तैनात रामेश्वर गुप्ता की भारत-चीन बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान मौत की खबर मिली है। जवान के मौत की खबर से परिवार सहित पूरे गांव में गम में डूबा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, बदुराव गांव निवासी रामेश्वर गुप्ता (45) सेना से जुड़े बीआरओ में जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स में गनमैन थे। उनकी ड्यूटी तिनसुकिया के पास भारत-चीन के करौली बॉर्डर पर तैनात थे। मंगलवार की सुबह उनकी ड्यूटी के हार्ट अटैक के दौरान मौत हो गर्इ। मौत की खबर घरवालों को मिली तो कोहराम मच गया। स्व. सिंगासन गुप्ता के तीन पुत्रों और दो पुत्रियों में रामेश्वर गुप्ता सबसे छोटे थे। वह अपने पीछे बूढ़ी मां, पत्नी, दो बेटे और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। परिजनों ने बताया कि रामेश्वर वर्ष 1995 में बीआरओ में नियुक्त हुए थे। इस वर्ष 27 जनवरी को वह छुट्टी पर घर आए थे और 19 मार्च को ड्यूटी पर वापस जाना था लेकिन लॉकडाउन की वजह से तीन माह की छुट्टी ले ली थी। बीते 23 जून को रामेश्वर ड्यूटी पर चले गए। छुट्टी में गांव रहने के दौरान उन्होंने अपनी बड़ी बेटी के लिए शादी का रिश्ता भी तय कर दिया था। अगले साल 30 अप्रैल बेटी की शादी होनी है। ऐसे में घर में शादी की तैयारी चल रही थी। रामेश्वर परिवार के लोगों से कहकर गए थे कि अब शादी के एक माह पहले छुट्टी लेकर घर आएंगे। रामेश्वर की पत्नी मीना देवी, माता मौलेश्वरी देवी, दो पुत्रियां पिंकी और रिंकी तथा दो पुत्रों अजीत और लोकेश का रो-रो कर बुरा हाल है। डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने बताया कि सैनिक का शव गांव आने पर पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराया जाएगा। इसके लिए अफसरों व पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। शव गुरुवार को विमान से सुबह आठ बजे वाराणसी पहुंचेगा जहां से सड़क मार्ग से शव को गांव पहुंचाया जायेगा। परिजनों के अनुसार, गुरुवार की रात तक पार्थिव शरीर घर आने की सूचना मिली है।