आऊ मैथिली और मिथिला क विकासक लेल हम सब साथ छी

विद्यापति मंच सिलीगुड़ी का सम्मान समारोह संपन्न

बेहतर कार्यक्रम के लिए विद्यापति मंच सिलीगुड़ी को बधाई : बिपिन गुप्ता

जब बच्चे  ‘चच’ संयुक्त  करेंगे तो और निखरेगी प्रतिभा : डा संजीव झा

तोड़ी के पारे लगाबो, भालो भवे संपन्नम कोरलेन : डा तमामी चौधरी   

पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी

सूर्य अस्तांचल की ओर था, मोक्ष दायिनी महानंदा शांत हो रही थी। मंच अपनी पारंपरिक अभा विखेर रही थी, समय था प्रतिभावान छात्रों के सम्मान समारोह का। होनहार छात्रों को सम्मान करने की परंपरा विद्यापति मंच सिलीगुड़ी का पहला प्रयास काफी सार्थक और सराहनीय रहा। स्थापनीय कलवार भवन के हाल में लोगों की चहल कदमी आपसी बात चीत से गूंज रहा था। अचानक ‘’ आहां सब लोकैन के हार्दिक स्वागत और अभिन्नदन अछि। आऊ मैथिली और मिथिला क विकासक लेल हम सब " विद्यापति मंच सिलीगुड़ी एकजुट भ काज करी, और पूरा हाल तालियों की गड़गडाहट से गूंज उठा,  शुरू हुआ प्रतिभावान छातों के सम्मान समारोह का कार्यक्रम। शुरूआत मुख्य अतिथि बिपिन गुप्ता व भरत प्रसाद गुप्ता  के साथ के एन झा, बबीता झा ने विद्यापति चित्र के साथ महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री  के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्प  अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद मैथिल परंपरा के अनुसार कार्यक्रम की शुरूआत में देवी गीत ‘ जय जय भैरवी असुर भयावनी’ के नृत्य की प्रस्तुमति करते हुए हंशीका झा ने जोरदार शमां बाधा तो उपस्थित जन समूह मिथिला के माटी की परंपरा में डूब गया। मुख्य अतिथि बिपिन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि छात्रों को प्रोत्साहित करने का विद्यापति मंच का यह कार्यक्रम बहत ही सराहनीय है। इसके लिए मंच के सभी पदाधिकारियों को बहुत बहुत बधाई देता हूं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रतिभान छात्रों को संबोधित करते डा संजीव कुमार झा ने अपने जीवन के संघर्षो की चर्चा करते हुए छात्रो को पढ़ाई में संर्घष करने की सलाह देते हुए कहा कि छात्र जिस समय अपने जीवन की दिनचर्या में ‘चच’ को संयुक्त  करना सीख जाएंगे तो समझ ले कि उनके जीवन का विकास बहुत आसान हो जाएगा। इसी समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य  अतिथि डा तमामी चौधरी ने कहा कि ‘तोड़ी के पारे लगाबो, भालो भवे संम्पन कोरलेन’ अर्थात बच्चों  के उत्साह के लिए विद्यापति मंच का यह कार्यक्रम बहुत ही सराहनीय है। हम दिल से इस सफल आयोजन और आयोजकों को बंधाई देती हूं। कार्यक्रम के सफल संचालन में गीतांजली झा और कनकलता झा का सराहनीय योगदान रहा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप डॉक्टर तमामी चौधरी, डॉक्टर संजीव झा और मधुकांत झा उपस्थित थे। मंच के अध्य्क्ष  कृष्कान्त झा, सचिव चंद्र कुमार झा, सुनील पाठक, गीतांजलि झा के अलावा अध्य्क्ष क्रिसनाथ झा, संदीप झा,  नंदलाल झा, सुनील पाठक, के के झा, मधुकांत झा, ताराकांत चौधरी, तुलशी मिश्र, गुणानंद मिश्र, कंचन झा, रीना झा पाठक, पवन झा के अलाला बुद्ध नरायण झा मौजूद थे। इस सम्मासन समारोह में दसवीं व बारहवी के 35 छात्रों को मेडल व प्रसस्तीस पत्र देकर सम्माानित किया गया। इसमें सबसे बेहतर सम्मा न पाने वाली  दिव्‍यांग छात्रा रही। जिसने विकलांगता के बावजूद अपने मुकाम की ओर बढ़ रही है।   

दिव्‍यांग छात्रा को सम्‍मानित करते अतिथि ।