सुरक्षा मानकों के बीच बिहार विस चुनाव 28 अक्टूबर से

चुनाव नागरिकों को लोकतांत्रिक अधिकार, 6 लाख पीपीइ कीट 46 लाख मास्कः चुनाव आयोग
आपराधिक छवि के लोगों को कोर्ट के आदेश का पालन करना होग

न्यूज भारत, नई दिल्लीः
  कोरोना संकट काल में भारत में सबसे बड़े लोकतंत्र पर्व की घोषणा चुनाव  आयोग ने कर दी। सख्त नियमों के साथ बिहार विधान सभा चुनाव 1 अक्टूबर से तीन चरणों में होगा। वहीं इस बार चुनाव प्रचार सभाएं नहीं आयोजित की जाएगी। जो भी चुनाव प्रचार होगा वर्चुअल इसके साथ ही डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकते हैं। साथ ही दो गज की दूरी आर मास्क भी जरूरी होगा। उक्त बातें बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा न कही। चुनावों की घोषणा करते हुए बताया कि  चुनाव तीन चरण में होगा। पहला चरण 28 अक्टूबर, दूसरा 3 नवंबर व तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर 2020 को होगा। मतगणना व रिजल्ट 10 नवंबर को आएगा। वहीं कारोना संकट में देश में पहला चुनाव है चुनौतियों भी कोरोना संकट में चुनाव  की तैयारियों के बावत बताया कि एक बूथ पर सिर्फ एक हजार मतदाता वोट डाल सकते हैं। रोड शो में सिर्फ पांच गाडियों को इजाजत दी गर्इ है। इसके साथ ही डोर टू डोर कंपेन में पांच लोगों से अधिक को इजाजत नहीं होगी। रैलियों को बंद कर अब चुनाव कैंपेन वर्चुअल ही होगा। वहीं मतदान के समय को बढ़ा कर सुबह 7 बजे शाम तक 6 बजे तक होगा।  वहीं चुनाव  आयोग ने कहा है कि आपराधिक छवि  के प्रत्याशियों को सुप्रीम कोर्ट के नियमों का पालन करना होगा।
चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
कोरोना संकट आने के बाद देश में ये पहला चुनाव है लिहाजा निर्वाचन आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक, गाइड लाइन्स भी जारी की है। मतदान केंद्रों की तादाद भी डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ा दी गई है। मतदान कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है जबकि हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की तादाद घटा कर सीमित कर दी गई है। वही इस चुनाव में चुनाव आयोग ने 6 लाख पीपीइ कीट 46 लाख मास्क दिए जाएंगे। सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके आने को कहा गया है, लेकिन एहतियातन प्रत्येक मतदान केंद्र पर मास्क, हैंडफ्री सेनेटाइजिंग और शरीर का तापमान मापने के इंतजाम किए जा रहे हैं। मतदान शुरू होने से पहले बूथ को पूरी तरह से सैनिटाइज कर डिसइनफेक्ट करने की भी सख्त हिदायत दी गई है।
मालूम हो कि 2019 लोकसभा चुनाव में 223 विधानसभा सीटों पर आगे था एनडीए 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में 39 सीटें एनडीए को मिली थीं। सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार जीता था। लोकसभा के नतीजों को अगर विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से देखें तो एनडीए को 223 सीटों पर बढ़त मिली थी। इनमें से 96 सीटों पर भाजपा तो 92 सीटों पर जदयू आगे थी। लोजपा 35 सीटों पर आगे थी। एक सीट जीतने वाला महागठबंधन विधानसभा के लिहाज से 17 सीटों पर आगे था। इनमें 9 सीट पर राजद, 5 पर कांग्रेस, दो पर हम (सेक्युलर) जो अब एनडीए का हिस्सा हैं और एक सीट पर रालोसपा को बढ़त मिली थी। अन्य दलों में दो विधानसभा क्षेत्रों में एआईएमआईएम और एक पर सीपीआई एमएल आगे थी।
विधानसभा में कुल कितनी सीटें, दलों की स्थिति
बिहार विधानसभा में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। इस वक्त भाजपा और जदयू का गठबंधन सत्ता में है। राजद बिहार में अभी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके पास 73 सीटें हैं। लेकिन नीतीश कुमार की जदयू ने 2017 में आरजेडी से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाई है। बिहार में एक बार फिर चुनावी जंग एनडीए और महागठबंधन के बीच लड़ी जानी है। भाजपा की ओर से ऐलान किया गया है कि एनडीए नीतीश कुमार की अगुवाई में ही चुनाव लड़ेगा।
एनडीए ( कुल सीटें- 130)
• जदयू – 69
• भाजपा – 54
• लोजपा - 2
• हम – 1
• निर्दलीय – 4
महागठबंधन (कुल सीटें 101)
• राजद – 73
• कांग्रेस – 23
• सीपीआई (एमएल) – 3
• निर्दलीय - 1
अन्य
1. एआइएमआइएम – 1
2. खाली सीटें – 12।