बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ली स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, अब जदयू के टिकट पर लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
न्यूज भारत, पटना : 31 जनवरी 2019 को बिहार के डीजीपी बने गुप्तेश्वर पांडेय बतौर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक था। लेकिन अब अपनी दूसरी शुरू करने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृति लेकर अब आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाएंगे। श्री पाण्डेय वैसे तो हमेशा चर्चा बने रहते हैं। लेकिन हाल के दिनों में अपने कई कार्यों को लेकर वे चर्चा में बने रहे। इसमें सबसे प्रमुख बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में वे राष्ट्रीय सूखिर्यों में आए। सुशांत मामले में मुख्य आरोपित रिया चक्रवर्ती द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ सवाल उठाने पर गुप्तेश्वर पांडेय ने रिया की औकात को लेकर सवाल कर विवाद भी खड़ा कर दिया था। बाद में उन्हें इसके लिए सफाई भी देनी पड़ी थी। वहीं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से जुड़ी यह बड़ी खबर है। मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी रहे, और गृह विभाग ने उनकी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मंजूरी प्रदान कर दी है। अब वे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रत्याशी के रूप में बिहार विधानसभा चुनाव अपनी नई पारी में भाग्य आजमाएंगे। पुलिस सेवा के बाद यह राजनेता के रूप में उनकी दूसरी पारी होगी। इस बीच राज्य सरकार ने फायर सर्विस व होमगार्ड के डीजी संजीव सिंघल को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया है। मालूम हो कि गुप्तेश्वर पांडेय विशेष शाखा में आइजी के अलावा, मुजफ्फरपुर और दरभंगा जोन के आइजी तथा एडीजी मुख्यालय, एडीजी बेतार और एडीजी बीएमपी भी रहे। श्री पांडेय को आम जनमानस के अलावा सरकार की नजर में अपराध नियंत्रक और कड़क प्रशासक की छवि रही।