पूर्वोत्तर की कनेक्टविटी को मिली रफ्तार, एनजेपी-कटिहार रेलखंड के विद्युतिकरण को हरी झंडीः राजू बिष्ट
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जहां पूरी दुनियां में भारत का नाम रौशन हो रहा है। वहीं देश में भी विकास को नर्इ पहचान मिल रही है। आज प्रधानमंत्री ने बिहार की बहुप्रतिक्षत कोशी महासेतु को राष्ट्र को समर्पित किया, वहीं अन्य पांच परियोजना को हरी झंडी दी है। उक्त बातें दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने बताया कि प्रधान मंत्री ने आज वीडियो-कांफ्रेसिंग के माध्यम से ऐतिहासिक “कोसी रेल महासेतु” को राष्ट्र को समर्पित किया। इस ऐतिहासिक रेल पुल से जहां बिहार में रेल कनेक्टिविटी के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र को जोड़ने वाले पूरे क्षेत्र में रेल यातायात में सुधार होगा। वहीं 1.9 किलोमीटर की मेगा ब्रिज लाइन परियोजना भारत-नेपाल सीमा के साथ सामरिक महत्व पर भी असर डालेगा। उन्होंने बताया कि सबसे अहम बात यह है कि 1887 में इस क्षेत्र में निर्मली और भपटियाही के बीच एक मीटर गेज रेल-लिंक बनाया गया था। हालाँकि, 1934 के विनाशकारी बाढ़ और भूकंप के दौरान ध्वस्त हो जाने के बाद, रेल कनेक्टिविटी को बहाल करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया था। हलांकि 2003 में इस परियोजना को मंजूर कीया गया। परंतु सिर्फ कागजों में ही रह गर्इ। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल जी के नेतृत्व में इस अतिमहत्वपूर्ण योजना पर रूचि दिखाते हुए आज इस महत्वपूर्ण परियोजना को हककीकत में बदला गया। श्री बिष्ट ने बताया कि कोशी महासेतु रेल पुल के अलावा, माननीय प्रधान मंत्री ने पांच रेल लाइनों के विद्युतीकरण परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। जिनमें से बंगाल के लिए न्यू जलपाईगुड़ी-कटिहार खंड को जोड़ने वाली लाइन है। दार्जिलिंग हिल्स, तराई और डुआर्स और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों के लिए, कटिहार का विद्युतीकरण होने से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच बेहतर कनेक्टिविटी को मदद करेगा, बल्कि यह व्यापार, वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रदान कर पूरे क्षेत्र में यात्रा को गतिशीलता बनाएगा।