दो घंटे की बारिश ने बिगाड़ी शहर की सूरत..

सेंट्रल पार्क में घटिया निमार्ण, प्रमोटर सुरेश गर्ग पर पहले भी लग चुके हैं कर्इ आरोप

लोगों ने कहा, बार-बार कहने पर सुनवाइ नहीः मुकेश सिंहल

प्रमोटर ने घटिया निर्माण कर दुकानदारों को लूटाः गौरी गोयल

चमचमाते माँल में बरसात से लाखों का नुकसान, नगर निगम पर भी सवालिया निशान

पैसे देकर मनमाने ढ़ग से बिल्डर पास करवाते हैं प्लान, निगम कार्यशैली ग्राहक हित में नहीं

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः विश्वकर्मा पूजा की पूर्व संध्या पर दो घंटे की झमाझम बारिश ने जहां पूरे शहर की सूरत बिगड़ दी। वहीं विश्वकर्मा पूजा के रंग में भंग मिला दी। बारिश से जहां पूरा शहर बाढ़ जैसा नजर आने लगा, वहीं सेवक रोड स्थिति सेंट्रल पार्क होटल के बेसमेंट में शानदार दुकानों के सामने से बह रहे झरने ने माँल के अंदर की सूरत को बिगाड़ दिया। दुकानों में जमें पानी के बीच का नजारा यह था, कि काउंटर से सामन खुद ब खुद निकल कर दुकान में तैरने लगे। इस मॉल में अंदर का नजारा किसी बाढ़ से कम नहीं था।  बरसात से भरे प्रतिष्ठान को देख कर लोगों ने बिल्डर पर जहां वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए घटिया निमार्ण की बात कही। वहीं शहर के सभी प्रमुख बाजार विधान रोड, हिलकट रोड, प्रधान नगर, हैदर पाड़ा, आश्रमपाड़ा व खालपाड़ा में सड़कों पर जल जमाव देखा गया।  

बाहरी दीवार भी नहीं रोक सकी अंदर पानी जाने से...

सेंट्रल प्लाजा मॉल के निर्माण में घटियां काम का अंदाजा लोगों को पहले से था। इलेक्ट्रनिक दुकान खोसला इलेक्ट्रिनक ने अपने फ्रंट पर बकायदा दीवार बनाके रखा है। जिसके कारण उनकी दुकान तो बच गइ। परंतु सवाल यह है कि इस तरह के घटिया निर्माण पर दुकानदार करें तो क्या करें। वहीं बगल की दो अन्य दूकानों का हाल तो बहुत बुरा रहा। अंदर दुकानों में जहां तीन से चार फिट पानी था, वहीं सड़क का पानी दुकानों में झरने की तरह जा रहा था।  

मुकेश ने उठाया नगर निगम व प्रमोटर पर सवाल...

पूजा के प्रोपराइटर मुकेश सिंघल ने बताया कि ना तो ड्रेन है, ना ही कोर्इ सुविधा। वहीं प्रमोटर सुरेश कुमार गर्ग व अशोक मोठ पर सवाल उठाते हुए बताया कि इन लोगों ने बहुत घटिया किस्म का काम  कराया है। जिसके कारण सभी लोगों इसी अव्यवस्था  से परेशान है। श्री सिंहल ने बताया कि एक दुकान की कीमत लाखों में है, वहीं सविधा का टोटा है। मुकेश बताया कि इस संबंध में प्रमोटर सुरेश गर्ग से बहुत बार हम लोग बात किये पर उनका कोर्इ ठोस उपाय नहीं है। श्री सिंहल ने बताया का सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है, ना ड्रेन है नाही कोर्इ उपाय।उन्होंने नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बताया कि प्लान पास करने के दौरान नगर निगम क्या देखा.। वहीं देखाने के बाद इस तरह के निर्माण को एनओसी कैसे दी यह भी सवाल खड़ा होता है।  वहीं सिलीगुड़ी मर्चेन्ट एसोसिएशन के सचिव गौरी शंकर गोयल ने माँल के हालत को देखते हुए कहा कि इस मामले को लेकर बिल्डर से लोगों ने बात की परंतु उन्होंने कोई ठोस पहल नहीं की। इससे साफ जाहिर होता है कि सेंट्रल पार्क का निर्माण बहुत ही घटिया तरिके से किया गया है। इसके साथ ही बिल्डर यहां के दुकानदार को लूटकर चला गया। इसके साथ ही नगर निगम पर सवाल उठाया है कैसे इस तरह के निर्माण की अनुमति दी गई। इससे साफ जाहिर होता है कि बिल्डर व निगम की मिलीभगत से ऐसे घटिया निर्माण को अनुमति के साथ एनओसी दी गई। मालूम हो सेंट्रल पार्क के प्रमोटर सुरेश कुमार गर्ग है, जिनका मामला सालुगाढा जमीन के मामले में खबरों सुर्खियां बटोरी।