बच्‍चों के संस्‍कार में दादा-दादी की भूमिका अहम: सदीप घोषाल

ब्राइट अकादमी ने मनाया बर्चुअल ग्रैंडपेरेंट्स डे बच्‍चों में उत्‍साह

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी: कहते है, किसी भी परिवार में बच्‍चों में संस्‍कार का मूल आधार घर के बड़े बुजुर्ग (ग्रैंडपेरेंट्स) होते हैं। जिससे हमारे जीवन में दादा-दादी के होने से हमारा जीवन सुखद हो जाता है, क्‍योंकि बच्‍चें जब भी बड़े बुर्जुग के पास जाते हैं तो जीवन के संस्‍कार को बताते  है।  इसी परंपरा को आगे बढ़ते हुए ब्राइट अकाडमी पंजाबीपाड़ा के प्ले ग्रुप के छात्रों ने वर्चुअल ग्रैंडपेरेंट्स डे मनाया। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्चुअल माध्‍यम से अध्यापकों द्वारा गणेश वंदना से शुरू की गई | तत्पश्चात प्रधानाचार्य  संदीप घोषाल ने समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि बच्‍चों में संस्‍कार दादा-दादी या बडे बुर्जुगों से मिलता है। इसलिए ब्राइट आकादमी ने प्‍ले ग्रुप के बच्‍चों को लेकर बड़े बुजुर्ग या ग्रैंडपेरेंट्स के रूप में मनाया जाता है। हलांक‍ि इससे पहले एक समारोह होता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण यह आयोजन इस वर्ष बर्चुअल किया गया। इस कार्यक्रम में बच्‍चों के साथ-साथ बड़े बुजुर्ग ग्रैंडपेरेंट्स ने भी खूब आनंद उठाया और बच्‍चों के बीच अपने संस्‍कार के साथ मंत्र और भजन से आनंद उठाया।  इस कार्यक्रम के बाद प्लेग्रुप बच्‍चों ने वर्कशीट में रंग भर कर खूब लुफ्त उठाया। वहीं बच्चों ने नृत्य पेश किया दादा दादी नाना नानी के सम्मान में।  आयोजित क्विज कंपटीशन में बच्‍चों के साथ सभी ग्रैंडपेरेंट्स में बहुत जोर शोर से भाग लिया। ग्रैंडपेरेंट्स ने अपनी कला का प्रदर्शन किया किसी ने नृत्य किया तो किसी ने गान प्रस्तुति। सभी अध्यापकों ने भी सभा को चंद शब्दों से सम्मानित किया। कार्यक्रम में हर्ष और उल्लास का माहौल था, सभी ग्रैंडपेरेंट्स ने वर्चुअल सेलिब्रेशन की खूब सराहना की और कार्यक्रम का लुफ्त उठाया।