लाकडाउन के दिन की घटना, बीती रात अस्पताल में हुई मौत
एक गिरफ्तार, अन्य तीन की गिरफ्तारी के प्रयास तेजः आईसी
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः सिलीगुड़ी में स्थित पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी गल्ला मंड़ी खालपाड़ा के नेहरू रोड में राज्यव्यापी लाकडाउन 26 को संपत्ती विवाद को लेकर आपसी मारपीट में भतीजे, पिता व मां ने मिलकर मिलकर 47 वर्षीय छोटे लाल गुप्ता को बुरी तरह राड, डंडे इतना बुरी तरह पीटा की बीत रात अस्पताल में उनकी मौत हो गई। हलांकि खालपाड़ा पुलिस प्रभारी संदीप दत्ता ने बताया कि मामला दर्ज कर एक आरोपी प्रीतम गुप्ता उर्फ बबलू को गिरफ्तार कर लिया है, शेष अभियुक्तों की तलाश जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार 26 को लाकडाउन के दिन में संपत्ती को लेकर कहा सुनी शुरू हुआ। जिसके बाद मामला धीरे-धीरे मार पीट में तब्दील हो गया। हलांकि छोटे लाल अपनी पत्नी आशा गुप्ता (35) दो लोग थे, जबकि आरोपी श्री भागवान व उसकी पत्नी राज कुमारी, पुत्र अमीत कुमार गुप्ता व प्रीतम गुप्ता उर्फ बबलू ने चारों ने एक साथ छोटे लाल पर प्रहार करना शुरू कर दिया। इस दौरान वहां मौजूद राड, डंडा से बुरी तरह से प्रहार किया। जिससे उनके सिर में गम्भीर चोट आयी व सर से काफी खून बहन लगा। जिसे इलाज के लिए तुरंत एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान शुक्रवार की रात उनकी मौत होगई। मृतक को कोई संतान नहीं है, और परिवार के साथ सब लोग एक ही मकान में रहते थे।
मालूम हो कि मृतक छोटे लाल गुप्ता के पिता राम बचन गुप्ता ने अपने वसीयत में अपने हिस्से को दो भागों में विभाजित किया था। जिसमें आधा अपने चार बेटियां क्रमशः शिव कुमारी, उमादेवी, मीरादेवी व उषादेवी को दिया था। शेष आधे में अपने दो बेटे छोटेलाल गुप्ता व श्री भगवान गुप्ता को दिया था। इसी संपत्ती को लेकर विवाद था। परिजन के पुरुषोत्तम के अनुसार आरोपियों का कहना था कि पहले चारों बहने मुझे लिखकर दे दें तो इस आधे संपत्ती में बंटवारां होगा। इसी बात को लेकर आए दिन बवाल होता रहता था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के दिन मारपीट हो रहा था, लेकिन किसी को इतनी बड़ी घटना की उम्मीद नहीं थी। जैसे ही लोगों को घायल अवस्था में छोटे लाल को देखा तुरंत उन्हें मुखर्जी हास्पीटल में भार्ती कराया गया, लेकिन डाक्टर ने पहले ही बचने की संभावना कम जतायी थी। बावजूद इसके आपरेशन तो सफल रहा लेकिन शुक्रवार की रात में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शाव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।