काजल सरकार के एलएलपी में 50 प्रतिशत के दावे को मित्रुका ने किया खारिज
पार्टनरशीप की डिटेल में दर्ज है तीन पार्टनर में 20 प्रतिशत के हिस्सेदार थे काजल
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : एक तरफ जहां सुबह चाय की प्याली स्फूर्ती लाती है। वहीं दुनियां के सबसे बड़े चाय के व्यापारिक क्षेत्र में हल्दीबाड़ी टी स्टेट को लेकर दो पार्टनर के बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर के कारण टी गार्डेन के क्षेत्र एक नया तूफान चल रहा है। रविवार को पत्रकार वार्ता में शुशील मित्रुका ने बताया था हल्दीबाड़ी टी मैन्यूफैक्चचर एलएलपी में को 31 जनवरी 2020 को पार्टनर बनाया था, तुरंत एक करोड पेमेंट करने की बात थी। बार-बार कहने पर जब पेमेंट नहीं आया तो 9-7 को पत्र दिया। जब पैसा नहीं दिया तो फिर 22-7 को पार्टनर से निकाल दिया। इसके बाद श्री सरकार ने बार-बार धामकी दी कि तुम बगान छोड़ कर चले जाइए। इस वावत कर्इ तरह के आरोप लगाया हम सब कुछ हैं कुछ भी कर सकते हैं। सरकार व प्रशासन से अनुरोध है कि मुझे मेरा बागान न्याय दिलाया जाय।इस आरोप के बावत श्री मित्रुका के पार्टन काजल सरकार ने कहा कि श्री मित्रुका मेरे पार्टनर आज भी हैं। उनके द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। सबसे अहम बात यह है कि आज भी हम एलएलपी के 50 प्रतिशत के पार्टनर है। लेकिन खबर आने के बाद श्री मित्रुका ने सोमवार को बताया कि अभी तो काजल सरकार को एलएलपी पार्टनरशिप हटा दिया गया है। लेकिन पहले पार्टनर के समय बने डीड में प्रथम पार्टी अनीता मित्रुका है। जबकि सेंकेड पार्टनर के रूप में शुशील मित्रुका, तीसरे पार्टनर के रूप रूबि मित्रुका को और काजल सरकार को चतुर्थ पार्टनर के रूप में रखा गया है। पार्टनरशिप डीड में जो 31-01-2019 से प्रभावी माना गया है। वही मित्रुका ने बताया कि प्रतिशत के आधार पर जो डीड उस समय बना था, उसके अनुसार प्रथम पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी को 30 प्रतिशत, तीसरे पार्टी के लिए 50 प्रतिशत जबकि चतुर्थ पार्टनर काजल सरकार को 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी दिया गया था। लेकिन अब समय पर भुगतान नहीं करने पर एलएलपी के पार्टनरशिप से श्री सरकार को हटा दिया गया है। श्री मित्रुका ने बताया कि 15 पेज के बने इस पार्टनरशिप डीड में सब कुछ साफ-साफ लिखा गया है।