पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला ब्रत रखती हैं सुहागीन
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं निराजल ब्रत रखा जाने वाला पर्व हरितालिका तीज शुक्रवार को है। हलांकि इसकी तैयारी महिलाओं ने एक दिन पहले ही पूरी कर ली थी। महिलाओं ने अपनी हथेली पर मेहंदी से सज कर भगवान भोले शंकर व पार्वती की पूजा करेंगी । हरितालिका तीज का मुहूर्त शाम 6.10 से रात 7.54 बजे तक है। कुछ महिलाएं घर तो कुछ मंदिरों में जाकर कथा सुनेंगी। सबसे अहम बात यह है कि कोरोना संकट के कारण मंदिरों में होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। इसका सबसे प्रमुख कारण है कि बंगाल में साप्ताहिक लाकडाउन का आज दूसरा दिन है।
मालूम हो कि हरतालिका तीज के दिन गौरी-शंकर की पूजा की जाती है। एक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए कठिन तपस्या की थी। माता पार्वती की सहेलियों ने उन्हें अगवा कर लिया था। ऐसे में इस व्रत को हरतालिका नाम से जाना जाने लगा। इस दिन महिलाएं कथा सुनने के बाद निर्जला रहकर पूरे दिन व्रत रखती हैं। फिर अगले दिन सुबह ही व्रत खोला जाता है। हलांकि परंपरा के अनुसार इस दिन गौरी-शंकर की मिट्टी की प्रतिमा बनाई जाती है जिससे पूजन किया जाता है।
पंडित सुरेन्द्र शर्मा के अनुसार पूजन के दौरान माता पार्वती को सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से शिवशंकर प्रसन्न हो जाते हैं। जिससे परिवार में सुखशांति व पति के लंबी उम्र होने की मान्यता है। हरतालिका तीज के दिन हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इस दिन महिलाएं हरी चूडिय़ां और साड़ी पहनती हैं। वहीं तीज के प्रथम दिन पूरा निरजला ब्रत रखाती है। दूसरे दिन वे अपने पति के लंबी आयु की कामना करने के बाद ब्रत करती है। वहीं सबसे अहम बात यह है इस बार ब्रत खोलने के समय भोलेशंकर व पार्वती के साथ गणेश भी मौजूद होगें क्योंकि इसी दिन से गणेश चतुर्थी की शुरूआत होग रही है।