न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः कोरोना संकट के कारण इस साल गणेश उत्सव की तैयारियां भले ही फीकी हो, लकिल अस्था में कोर्इ कमी नहीं है। गणेश उत्सव को लेकर सिलीगुड़ी के ब्राइट अकादमी की आनलाइन क्लास में बच्चों के उत्साह को देखते हुए बन रहा था। एक आन लाइन कक्षा में बच्चों ने जहां गणेश के रूप सजे संवरे थे। वहीं दूसरी तरफ दोनों तरफ से गणापित बप्पा मोरिया की गूंज सुनाइ दे रही थी। इस बावत ब्राइट अकादमी के निदेशक संदीप घोषाल ने बताया कि कोरोना संकट के कारण जहां कक्षाएं स्थागित है। वहीं आनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। संस्कारों की बात करते हुए श्री घोषाल ने कहा कि हम बच्चों को सांस्कारिक शिक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं। हमने सभी प्रायोजनों को आनलाइन कक्षा में बच्चों को उसी प्रकार तैयार किया जाता है। जिस तरह के पर्व है। शनिवार से गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। इसलिए शुक्रवार की कक्षा में बच्चों को गणेश उत्सव के लिए तैयार रहने को कहा गया था। बच्चे सुबह से ही अनलाइन तैयार होकर बैठे थे। कक्षाएं शुरू होते ही जहां गणपति बप्पा मोरिया से शुरू हुआ वहीं समापन गणेश आरती से हुआ। हलांकि इस तरह के कार्यक्रमों में जहां अभिभावकों भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वहीं शिक्षकों को भी उसी प्रकार से तैयार होना पड़ता है। मालूम हो कि गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी के रूप में भी जाना जाता है, एक त्योहार है जो भगवान गणेश के जन्म का उत्सव है। आमतौर पर, हर साल, भक्त अपने घरों में भगवान गणेश की एक मूर्ति लाते हैं। उनके अतिथि के रूप में पूजा करते हैं और इसके लिए पूजा करते हैं। दस दिनों की अवधि। हालांकि, इस साल कोरोनो वायरस महामारी के कारण, अधिकांश समारोह ऑनलाइन स्थानांतरित कर दिए गए हैं और कुछ को इसके कारण डेढ़ दिन कम कर दिया गया है। हालांकि, खुद को सुरक्षित रखने की हमारी इच्छा उत्सव और खुशी के रास्ते में नहीं आनी चाहिए, और जब हम घर पर रह सकते हैं और सामाजिक दूरी बनाए रख सकते हैं, तो हम हमेशा अपने प्रियजनों की सुरक्षित दूरी से कामना कर सकते हैं और उनके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं। हमने ब्राइट अकादमी में आरती "जय गणेश जय गणेश देवा" के साथ शुरू की, इसके बाद बरगद के पत्तों से बना एक शिल्प बनाया गया। बच्चों ने गणेश पर एक फिल्म का भी आनंद लिया और गणेश से संबंधित गीत पर नृत्य !