अंर्तराष्‍ट्रीय क्रिकेट से धोनी युग का अंत

अंर्तराष्‍ट्रीय क्रिकेट से धोनी का सन्‍यास, इस्‍टांग्राम पर धोनी दिया संदेश

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी : भारतीय क्रिकेट को एक मुकाम पर पहुंचाने वाले क्रिकेट के महेन्‍द्र सिंह धोनी ने अंर्तराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास ले लिया। धोनी ने यह जानकारी इंस्‍टाग्राम पर शेयर कर दी। दुनियां के सबसे सफल कप्‍तान व फिनसर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले धोनी ने भारतीय क्रिकेट को एक सफल मुकाम तक पहुंचाया। महेंद्र सिंह धौनी ने टेस्ट की कप्तानी भी पूरी दुनिया को चौंकाते हुए अचानक से छोड़ दी थी और एक बार फिर से उन्होंने अपने चाहने वालों को चौंकाते हुए एक बड़ा फैसला लिया। मालूम हो क‍ि माही टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान रहे हैं जिनकी गुआई में भारत को क्रिकेट की दुनिया में सफलता की नई बुलंदियों पर पहुंचाया था। किसी को शायद ही पता था कि महेंद्र सिंह धौनी को जब टीम इंडिया की कप्तानी सौंपी जाएगी तो वो इस टीम को उस बुलंदी तक पहुंचा देंगे जिसकी कल्पना भी शायद ही की जा सकती है। राहुल द्रविड़ द्वारा कप्तानी छोड़ने के बाद धौनी के हाथ में साल 2007 में पहली बार आयोजित टी20 वर्ल्ड कप में युवा भारतीय खिलाड़ियों के साथ साउथ अफ्रीका में भारत का परचम लहरा दिया। कप्‍तानी में पहलीबार धौनी ने अपने अंदाज से दिखा दिया कि आगे वो क्या करने वाले हैं। इसके बाद उनका सफर आगे बढ़ता गया और टीम एक से बढ़कर एक नई कामयाबी हासिल करती रही। फिर वक्त आया साल 2011 का जब भारत में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया। ये टीम इंडिया के लिए सुनहरा मौका था अपनी धरती पर अपने फैंस के सामने फिर से दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीतने का। माही की अगुआई में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप में अपना सफर शुरू किया और 28 साल के बाद धौनी ने एक बार फिर से देश के देशवासियों को वो खुशियां दी जिसका इंतजार 1983 के बाद से लगातार किया जा रहा था। धौनी ने भारत को दूसरा वनडे वर्ल्ड कप खिताब दिलाया। धौनी की सफलता का करवां यही नहीं रुका वो आगे बढ़ते रहे, टीम इंडिया भी आगे बढ़ती रही और फिर साल 2013 में उन्होंने आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी टीम को दिलवाया। उनकी कप्तानी में भारत ने दो बार यानी साल 2010 और 2016 में एशिया कप खिताब भी जीता था। माही दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने आइसीसी के सारे खिताब अपनी कप्तानी में जीते।